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सरकारी कार्यालयों में भी एडीज मच्‍छर के लार्वा की होगी जांच



■ डेंगू जैसी गंभीर बीमारी फैलाने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ये मच्‍छर
■ कार्यालय में मिला मच्‍छर का लार्वा तो कार्यालयाध्‍यक्ष पर लगेगा जुर्माना

आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। जिले के सरकारी कार्यालयों में कूलर, गमलों, रेफ्रीजरेटर, निष्‍प्रयोज्‍य सामग्रियों तथा छोटे बर्तनों और खाली पड़ी पुरानी बाल्टियों के साथ ही छतों पर अगर पानी जमा है और उसमें मच्‍छर पनप रहे हैं तो ऐसे कार्यालयों के अध्‍यक्ष सावधान हो जाएं। मलेरिया विभाग की टीम कभी भी आपके कार्यालय में पहुंचकर इस तरह के लार्वा की जांच कर सकती है। अगर वहां पर मच्‍छर के लार्वा मिले तो कार्यालयाध्‍यक्ष को पहले नोटिस दी जाएगी, इसके बाद दूसरी जांच में मच्‍छर के लार्वा पाए जाने पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
 जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि जिले के सरकारी कार्यालयों में मच्‍छरों के लार्वा की जांच का विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के दौरान जिले में स्थित सरकारी कार्यालयों यथा कलेक्‍ट्रेट, जिला अस्‍पताल, कचहरी, तहसील कार्यालयों, ब्‍लाकों, पुलिस थानों के साथ ही अन्‍य कार्यालयों जहां पर लोगों का आवागमन अधिक होता है वहां पर मलेरिया विभाग की टीमें जाकर जांच करेगी। जांच के दौरान जहां भी एडीज मच्‍छर के लार्वा पाए जाएंगे उन कार्यालयाध्‍यक्षों को तत्‍काल उसे साफ करवाने के साथ ही नोटिस भी दी जाएगी। उनकी नोटिस काटने के बाद 15 दिन के अन्‍दर फिर चेकिंग की जाएगी । चेकिंग में अगर फिर लार्वा मिलता है तो कार्यालयाध्‍यक्ष के ऊपर  5000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा। ऐसा कार्यालयों से सुदूर गांवों  में मच्‍छरों के द्वारा फैलाई जाने वाली बीमारी डेंगू की रोकथाम के लिए किया जा रहा है। कारण यह है कि डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्‍छर के लार्वा साफ और रुके हुए पानी में फैलते हैं। साथ ही एडीज मच्‍छर दिन में ही काटते हैं। दिन के समय में अधिक़तर  लोग कार्यालयों में ड्यूटी करते हैं तथा विभिन्‍न कार्यों के लिए जाते हैं। ऐसे में संक्रमण की संभावना अधिक होती है। अभी तक मलेरिया विभाग की टीम बाजारों और निजी घरों में चेकिंग पर ज्‍यादा जोर देती थी। 200 से ऊपर लोगों का चालान किया गया। लेकिन अब सरकारी कार्यालयों की विशेष निगरानी की जाएगी।

इसलिए होगी सरकारी कार्यालयों की चेकिंग

जिला मलेरिया अधिकारी का कहना है कि सरकारी कार्यालयों जैसे कलेक्‍ट्रेट, न्‍यायालय, तहसील, विकास भवन जैसे अन्‍य स्‍थानों पर आसपास के गावों के साथ ही नजदीकी जनपदों से लोग आते हैं। अगर यहां पर मच्‍छर कार्यालय में बैठे किसी सं‍क्रमित आदमी को काटता है तो यह दूसरे लोगों को भी काटेगा। इसके चलते रोग के प्रसार की काफी संभावना होती है। इसलिए सरकारी कार्यालयों में विशेष रुप से ध्‍यान दिया जा रहा है।

मच्छर फैला सकते है महामारी – डॉ मुबारक अली

जिले के इपीडेमियोलाजिस्‍ट ( महामारी रोग विशषज्ञ) डॉ मुबारक अली बताते हैं कि मच्‍छर यूं तो देखने में छोटे होते हैं। लेकिन रोग फैलाने में इनकी महत्‍वपूर्ण भूमिका होती है। मच्‍छर महामारी भी फैला सकते हैं। इसलिए मच्‍छरों के पैदा होने के प्रमुख स्‍थानों का ज्ञान हमको रहना चाहिए। मच्‍छर हमारे घर में स्थित साफ पानी में भी पैदा होते हैं। डेंगू जैसी गंभीर बीमारी पैदा करने वाला मच्‍छर हमारे घर में ही रहता है।

अंगद सिंह
जिला मलेरिया अधिकारी

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