सुनील उपाध्याय
बस्ती। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75 वी जयंती पर आयोजित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता शिवा कालोनी स्थित प्रैक्सिस विद्यापीठ में सम्पन्न हुई। प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालयो के कुल 1887 बच्चों ने हिस्सा लिया। परीक्षा का परिणाम 10 सिम्बर को घोषित किया जायेगा और बाद में एक समारोह में सफल प्रतिभागियों को सम्मानित किया जायेगा। प्रथम स्थान प्राप्त प्रतियोगी को लैपटॉप, द्वितीय स्थान पर टैबलेट और तीसरा स्थान प्राप्त प्रतियोगी को साइकिल पुरस्कार दी जायेगी। इसके साथ ही 50 सांत्वना पुरस्कार भी दिये जायेंगे। प्रतियोगिता की थीम ‘‘मै युवा हूं, मेरा भी एक सपना है‘‘ पर आधारित थी।
सामान्यज्ञान प्रतियोगिता के बाद स्व. राजीव गांधी के जीवन वृत्त पर आधारित भाषण प्रतियोगिता व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। शशि सिंह, प्रभुसागर, अनवी, पुष्पांजलि सहित कई प्रतिभागियों ने स्व. राजीव गांधी के दर्शन पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम की सफलता पर जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र प्रताप पाण्डेय ने पार्टी पदाधिकारियों, छात्र छात्राओं, अभिभावकों, अध्यापक अध्यापिकाओं और प्रैक्सिस विद्यापीठ के प्रबंधक प्रशान्त पाण्डेय को हार्दिक धन्यवाद दिया। कहा इस रचनात्मक कार्यक्रम को सभी ने सम्बल प्रदान किया। जिलाध्यक्ष ने कहा भारतीय राजनीति में राजीव जी जैसा दूसरा उदाहरण नहीं मिलता। वे असमय हमारे बीच से चले गये थे लेकिन उनकी निर्णय लेने की क्षमता, आधुनिक भारत की सोच और राजनीतिक आदर्श उन्हे अन्य राजनेताओं से अलग करते हैं। प्रेमशंकर द्विवेदी ने कहा कि राजीव गांधी युग दृष्टा थे। उन्होने भारत को 21 वीं सदी में ले जाने का सपना देखा था। वे तकनीक के क्षेत्र में भारत को दुनिया में सबसे ऊपर रखना चाहते थे। कार्यक्रम के कोआर्डिनेटर व एआईसीसी सदस्य रामअवध यादव ने कहा राजीव जी के जीवन आदर्श भारतीय राजनीति का सदियों तक मार्गदर्शन करते रहेंगे। विषम परिस्थितियों में देश की बागडोर संभालने के बाद उन्होने जिस धैर्य और बौद्धिक क्षमता का परिचय दिया था उस पर देश हमेशा गर्व करेगा।
पंचायतीराज, संचार क्रांति, महिला सशक्तिकरण, युवाओं को मताधिकार सहित तमाम ऐसे कार्य किये जिसका जनता को सीधा लाभ मिल रहा है। कार्यक्रम को सार्थक व सफल बनाने में रमा कश्यप, पूर्व विधायक रामजियावन, डा. बीएच रिज़वी, एआईसीसी सदस्य अंकुर वर्मा, सईद खां, देवेन्द्र श्रीवास्तव, ज्ञानेन्द्र पाण्डेय, नर्वदेश्वर शुक्ला, डा. शीला शर्मा, कौशल त्रिपाठी, सुरेन्द्र मिश्रा, विश्वनाथ चौधरी, पीएन दुबे, प्रमोद द्विवेदी, कर्नल एके सिंह, पिध्टू मिश्रा, आदित्य त्रिपाठी, डा.वाहिद सिद्धीकी, बृजेन्द्र पताप नारायण पाण्डेय, अनिल भारती, मानिकराम मिश्रा, ननकू सोनकर, रविन्द्र सिंह राजन, संदीप श्रीवास्तव, इफ्तेखार अहमद, सोमनाथ पाण्डेय, रंजीत चौहान, लवकुश गुप्त, शेषमणि उपाध्याय, अर्जुन यादव, सुरेश शुक्ला, विक्रम चौहान, विजय श्रीवास्तव, शकुन्तला देवी का सहयोग सराहनीय रहा।
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