अनीता गुलेरिया
दिल्ली :द्वारिका नॉर्थ थाने में डॉ राकेश की शिकायत के मुताबिक कॉल पर एक शख्स ने उन्हे अपने-आप को टेलीकॉम कस्टमर-एक्सक्यूटिव बताते हुए कहां,आपका मोबाइल नंबर, आधार-कार्ड से लिंक नहीं हुआ है,उसे लिंक करने के लिए आपको अपने आधार कार्ड और बैंक-अकाउंट की डिटेल बतानी होगी । जिसके बाद 121 नंबर पर मैसेज भेजने के बारह घंटे के बाद आपकी सिम चालू हो जाएगी ।जैसे ही उनके द्वारा 121 नंबर पर मैसेज किया गया,उसके थोड़े घंटो बाद उनकी सिम बंद हो गई । कस्टमर-केयर पर बात करने के बाद पता पता चला,उनकी सिम काफी देर पहले ही एक्टिव हो गई है । पीड़ित-राकेश ने शक होते ही बैंक-अकाउंट चेक किया तो उनके अकाउंट से ₹4,17640 गायब थे । थाने मे शिकायत के तुरंत बाद ऑपरेशन एसीपी राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में बनी मजबूत ज्वाइंट टीम जिसमे साइबर क्राइम एसआई अरविंद कुमार की टीम व द्वारका नार्थ थाना के एसएचओ संजय कुंडू द्वारा मजबूत टीम के गठन मे बनी ज्वाइंट टीम को छानबीन करने दौरान पता चला, अकाउंट से निकला पैसे को अलग-अलग चार बैंको के अकाउंटस में ट्रांसफर किया गया है । तफ्तीश को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने गहन छानबीन के बाद करोल-बाग से मनोहर यादव को पकड़ा ।मुजरिम के जुर्म कबूलने और उस द्वारा बताएं हुए पते से गैंग के मुख्य सरगना अलीमुद्दीन अंसारी को आजमगढ़ से धर दबोचा । द्वारा उपायुक्त एंटो अल्फोनस ने मीडिया समक्ष बताया दोनों मुजरिमों में से एक की उम्र (31) साल, दुसरे की उम्र (27) साल, दोनों झारखंड से है, दोनों मुजरिमो ने पूछताछ दौरान बताया कि वह इस गोरख-धंधे को दो साल से चला रहे थे । यह देश के कई अलग-अलग राज्यों में गरीब मजदूर लोगों को अकाउंट खुलवाने के नाम पर ₹2000 देते थे,फिर चिट किए पैसे को ट्रांसफर करने के लिए उनके अकाउंट्स का गलत इस्तेमाल करते थे । इन शातिरो ने इस तरह इन लोगों के ग्यारह सौ से ज्यादा फर्जी बैंक अकाउंट खुलवा रखे थे । जिसमे पचास करोड से ज्यादा पैसा ट्रांसफर किया जाने आसार है। पुलिस ने इस गैंग में और कई लोगों के शामिल होने और बहुत सारे केसों का खुलासा होने की उम्मीद जताई है । पुलिस ने इनसे पुलिस ने इनके पास से 81 डेबिट कार्ड, 104 चेक बुक, 130 पासबुक,आठ मोबाइल 31 सिम कार्ड, अकाउंट डिटेल डायरी मिली हैं । डीसीपी अनुसार यह लोग ज्यादातर सीनियर सिटीजन को अपना निशाना बनाते थे, इसके लिए हमे सीनियर-सिटीजन को हर तरह से स्तर्क करने की अत्यंत आवश्यकता है । ताकि वह इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार होने से बच पाए । पुलिस इस मामले की गहनता से छानबीन करने में जुटी हैं,द्वारका-पुलिस ने इन बदमाशों को पकडकर अन्य राज्यों में हुए गोरख-धंधे का पर्दाफाश किया है, जो द्वारका पुलिस के लिए वाकई में काबिले-तारीफ है ।
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