अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर।। जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी अमनदीप डुली की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा बैठक शनिवार को आयोजित की गई।
जिला सूचना कार्यालय द्वारा मिली जानकारी के अनुसार मुख्य विकास अधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सभी बच्चों का शतप्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया व बीएचएनडी0 के माध्यम से संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार का सघन प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया। जिला पंचायत राज अधिकारी को ग्राम स्तर पर आयोजित टीकाकरण में ग्राम प्रधानों को जोड़ने का निर्देश दिया। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर संचालन के लिए ग्राम स्तर पर बीएचएनडी0 को और सशक्त करने का निर्देश दिया। साथ ही यह भी निर्देश दिया कि बीएचएनडी0 जनपद के समस्त ब्लाकों में नियमित आयोजित किया जाए तथा इसमें ऐनम, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्री आपस में समन्जस्य बनाकर कार्य करें तथा स्वास्थ्य कर्मी को निपुण बनाने के लिए ट्रेनिंग कराया जाए। सीडीओ ने निर्देश दिया कि बच्चों के वजन एवं माप के लिए उपकरण खरीदे जाए, जिससे बच्चों का सही माप-तौल किया जा सके। साथ ही खराब पड़े उपकरणों की मरम्मत कराएं जाए। सुपरवाइजर अपने-अपने क्षेत्रों का सुपरविजन करें। उन्होंने कहा कि किये गये कार्यो की माॅनीटेरिंग किया जाए, यदि स्टाफ की कमी हो तो अन्य विभागों को जोड़कर मानीटेरिंग टीम बढ़ाये। जिन बच्चों को पेन्टा एवं एमआर का इन्जेक्शन नहीं लगा है, उनको लगाये। ऐनम, आशा गर्भवती महिलाओ व नवजात बच्चों का सीपीएम कार्ड अवश्य बनाये एवं उसका सही तरीके से भरा जाए और पौष्टिक आहार व समय-समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं दिये जाए एवं स्वस्थ्य रहने के लिए जागरूक भी किया जाए। बीएचएनडी से संबन्धित अधिकारी कर्मचारी गम्भीरता से कार्य करें, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने निर्देश दिया कि जिला महिला चिकित्साल सहित सभी सीएचसी0 व पीएचसी0 के चिकित्साधिकारियों को स्वास्थ्य केन्द्रों पर समुचित साफ-सफाई व स्वच्छ वातावरण रखने का निर्देश दिया । सभी डाॅ0 नियमित रूप से अपने-अपने स्वास्थ्य केन्द्रो पर बैठे और मरीेजो की स्वास्थ्य जांच करें।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत संचालित कार्यक्रम-वित्तीय व्यय, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण व हौसला साझेदारी, कायाकल्प, आशा योजना, आशा भुगतान, नियमित टीकाकरण, प्रधानमंत्री वन्दन योजना, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य, किशोर व किशोरी स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, संचारी रोग, टीबी0 आदि पर विस्तृत चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने सीएमओ डा. घनश्याम सिंह को निर्देशित करते हुये कहा कि वह यह सुनिश्चित करें कि समस्त पीएचसी/सीएचसी के डाक्टर समय से अपने-अपने केन्द्र पर पहुॅचे और मरीजों की देखभाल सही ढंग से करें, आशाओं से गैर सरकारी अस्पतालों में होने वाले प्रसव की नियमित रिपोर्ट व सूची उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराएं।
सीएमओ डॉ घनश्याम सिंह ने समस्त डाॅक्टरों व अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं एवं जन्म हुए बच्चों का पंजीकरण प्राथमिकता के आधार पर कराएं। जननी शिशु सुरक्षा व स्वास्थ्य का विशेष ध्यान दिया जाए। प्रसव की प्रगति रिपोर्ट समय से उपलब्ध कराया जाए। साथ ही उसकी फीडिंग भी किया जाए। सीएमओ ने बताया कि अति कुपोषित 05 वर्ष तक के बच्चों को चिकित्सीय देखरेख में उपचारित करने के लिए जिला मेमोरियल चिकित्सालय में पोषण पुनर्वास केन्द्र भी स्थापित है। इसलिए समस्त केन्द प्रभारी ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों केे माध्यम से चिन्हित गंभीर अतिकुपोषित बच्चों को 15 दिनों तक भर्ती कर इलाज कराया जाए। उन्होंने समस्त एमवाईसी को टंट निर्देशित किया कि जनपद में गोल्डन कार्ड पात्र व्यक्तियों का शतप्रतिशत लक्ष्य के साथ पूर्ण कराएं। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 घनश्याम सिंह, डीपीओ के0एम0 पाण्डेय, अपर सीएमओ, डीआईओएस महेन्द्र कुमार कनौजिया, बीएसए हरिहर प्रसाद, जिला कृषि अधिकारी मंजीत कुमार, डा. सिद्धार्थ भटनागर, समस्त पीएचसी0 एवंसीएचसी के चिकित्साधिकारी तथा स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे ।
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