ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। देवीपाटन मण्डल मुख्यालय गोण्डा पर राजकीय महाविद्यालय व महिला महाविद्यालय की मांग को लेकर लगातार संघर्ष करते आ रहे समाजसेवी अविनाश सिंह के नेतृत्व में आज युवाओं ने जिले में आयीं प्रदेश की राज्यपाल को ज्ञापन देकर जनहित के मद्देनजर मांगों पर सहानुभुति पूर्वक विचार करने का आग्रह किया। युवाओं ने कहा कि मंडल मुख्यालय पर इन कॉलेजों की बहुत ही आवश्यकता है।
ज्ञापन में कहा गया है कि देवीपाटन मण्डल मुख्यालय गोण्डा की आबादी व जनसंख्या 40 लाख से भी अधिक है। वैसे तो हर जगह शिक्षा के क्षेत्र में बहुत कार्य हुए हैं लेकिन जनपद गोण्डा में न सरकारी महाविद्यालय है और न ही छात्राओं के लिए महिला महाविद्यालय की ही उपलब्धता है। यहां पर एकमात्र अर्द्धसरकारी लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय है, जिसमें भी सीटें लिमिटेड ही रहती हैं। इससे हर वर्ष सैकड़ों छात्र व छात्राएं प्रवेश से वंचित रह जाते हैं, परंतु छात्रों की परेशानियों को अनदेखा कर दिया जाता है।
जिले से हर वर्ष लाखों की संख्या में छात्र इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करते हैं, लेकिन स्नातक के लिए जनपद में केवल एक ही वित्त पोषित कालेज है, उसमें भी सीटों की संख्या अपेक्षा से काफी कम है। ऐसे में बचे हुए छात्र या तो निजी महाविद्यालय में प्रवेश को मजबूर होते हैं या फिर उन्हें जनपद से बाहर जाना पड़ता है। प्रदेश के सभी मंडलों में महाविद्यालय ही नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय की स्थापना हो चुकी है, लेकिन जनपद गोण्डा में महाविद्यालय की भी स्थापना नहीं हो पा रही है। यहां तक कि बस्ती, आजमगढ़ और सहारनपुर में भी राजकीय विश्वविद्यालय खोले जा चुके हैं, किंतु पण्डित अटल बिहारी वाजपेयी को पहली बार चुनकर लोकसभा में भेजने वाला जनपद आज भी एक राजकीय महाविद्यालय का मोहताज है। राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के चलते स्वास्थ्य व शिक्षा के मामले में जिला उपेक्षित रहा है। इस मामले में गोण्डा जिले की सुध लेने वाला कोई नहीं है। ऐसी स्थिति में छात्रों के हित में फैसला लेते हुए जनपद को एक राजकीय महाविद्यालय व महिला महाविद्यालय की सौगात दिलाने की मांग की जाती है।
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