दुर्गा सिंह पटेल
मसकनवां,गोण्डा ।थाना खोडा़रे क्षेत्र ग्राम खोडा़रे मे थानाध्यक्ष व लेखपाल का चल रहा है खेल बैनामे के जमीन पर पैसे व लम्बे रसूख के बूते सिविल जज जुडिशल गोंडा के स्थगन आदेश के बावजूद खोडा़रे पुलिस ने जबर्दस्ती जमीन पर कब्जा दिलाने को लेकर पुलिस अधीक्षक को गुमराह कर बताया राजस्व टीम कब्जे दारी दिलाने का कार्य कर रही है ।
बताते चले कि थाना खोडा़रे क्षेत्र के अन्तर्गत खोडा़रे गांव मे स्तिथि मेन चौराहे पर उसी ग्राम पंचायत के गुलजार यादव व जगदंबा यादव पुत्र राम अचरज की गाटा संख्या 280 खाली जमीन थी इनके विपक्षी उसी गांव के सुभाष यादव पुत्र बद्री यादव किसी से गाटा संख्या 279 मे बैनामा ले लिया लेकिन 279 मे पहले से ही किसी ने कब्जा कर रखा था ।लेकिन स्थानीय लेखपाल जितेंद्र सिंह से मिलकर किसी तरीके से 280 को 279 गाटा संख्या बताकर कब्जे की साजिश करने लगा ।पीड़ित जगदंबा यादव व गुलजार को इस साजिश का पता लगा तो सिविल जज जुडिशल गोंडा के यहा 2018 मे इस साजिश को दर्शाते हुए एक मुकदमा दायर किया जिसमे सक्षम न्यायालय द्वारा 17 /10/2018 को यह स्थगन आदेश पारित किया था जब तक न्यायालय से कोई अंतरिम आदेश न पारित किया जाय तब इस जमीन पर कोई निर्माण कार्य न किया जाए ।
लेकिन न्यायालय सिविल जज जुडिशल गोंडा के आदेश को विपक्षी दर किनार कर स्थानीय लेखपाल जितेंद्र सिंह व थाना प्रभारी खोडा़रे संजय कुमार को मिला सोमवार को दिन दहाड़े अपने सैकड़ो समर्थको व भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गाटा संख्या 280 पर कब्जा करने लगा पीड़ित गुलजार यादव व जगदंबा यादव थाना प्रभारी खोडा़रे के पास पहुंच न्यायालय का स्थगन आदेश को दिखाते हुई न्याय की गुहार लगाई लेकिन थाना प्रभारी ने न्यायालय के आदेश को मानने से इंकार कर दिया कहा कि एसडीएम का आदेश है राजस्व टीम मौके पर है ।पीड़ित ने कहा कि साहब आदेश अगर कोई हो तो हमे भी दिखाये कहा कि तुम्हे आदेश दिखाये यह कहते हुए पीड़ित से कहा तुम भी कोई आदेश लाओ तो काम रोक दिया जायेगा ।
पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक राज करन नैय्यर को मोबाइल फोन पर सारी बात कब्जे दारी की बतायी तो उनके द्वारा थाना प्रभारी से पूछताछ की तो उनके द्वारा पुलिस अधीक्षक को गुमराह कर यह बताया गया कि राजस्व टीम मौके पर कब्जा दिलाने गयी है ।
पीड़ित एसडीएम मनकापुर की चौखट पर न्याय की आस लेकर पहुंचा तो कोर्ट का आदेश देख एसडीएम वीके प्रसाद दंग रह गये की हमारे द्वारा कोई आदेश नही किया गया फिर कौन सी राजस्व टीम मौके पर गयी ।उनके द्वारा लेखपाल जितेंद्र सिंह को मोबाइल मिला पूछा की कौन सी राजस्व टीम मौके पर कब्जा दिलाने गयी है तो लेखपाल ने कहा पुलिस सायद कब्जा दिलाने गयी तो एसडीएम ने बताया कि तुम्हारी उपस्थित वीडियो मे लोग कैद कर लाये है तो लेखपाल पल्टी मार यह कहने लगा कि सर वैसे चले गए तो एसडीएम ने कडाई से बात की तो एसडीएम को गुमराह कर यह कहने लगा कि 280 नही 279 मे कब्जे दारी हो रही है पुलिस की मिली भगत से एसडीएम ने तत्काल थाना प्रभारी खोडा़रे को न्यायालय के आदेश को संज्ञान मे लेते हुए निर्माण कार्य रोकने को कहा ।
लेकिन लेखपाल उसके बाद भी साजिश रच निर्माण कार्य कराता है ।
तहसीलदार मनकापुर मदन मोहन गुप्ता ने लेखपाल को लाइन पर लेते हुए तगड़ी डाट पिलाते हुए कहा तुम्हारी हिम्मत कैसे पडी बिना किसी के आदेश को जमीन पर कब्जा दिलाने की और पीड़ित के स्थगन के आदेश का हवाला देते हुए थाना प्रभारी को आदेशित किया की तत्काल निर्माण कार्य रोका जाए ।
निर्माण कार्य तो रूक गया लेकिन थाना प्रभारी व स्थानीय लेखपाल तथा सत्ता धारी एक नेता निर्माण कार्य कराने की साजिश अभी रची जा रही है जिसको लेकर पीड़ित मंगलवार को पुलिस अधीक्षक गोण्डा राज करन नैय्यर से मिलकर अपनी समस्या बताई है ।
वही इस कब्जे दारी से क्षेत्र मे तरह तरह की चर्चाओ का बाजार गर्म है कि थाना खोडा़रे पुलिस जब एसपी को गुमराह कर यह जानकारी दी की राजस्व टीम कब्जा करा रही तथा लेखपाल ने एसडीएम को भी गुमराह कर बताया कि पुलिस कब्जा करा रही है लेखपाल व खोंडारे पुलिस की जुगुल बन्दी से पीड़ित की लाखो की जमीन पर कब्जा मे सत्ता से जूडा एक रसूख दार नेता भी शामिल बताया जा रहा है ।
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