रजौन प्रखंड की घटना, जिम्मेदार अधिकारी मौन!
प्रिंस कुमार, बांका
जी हां यह बात बिल्कुल सत्य हैं, हर एक महीने के अंतिम सप्ताह 24-30 तारीख के बीच राशन केरोसीन वितरण को लेकर विगत सात महीने से भयंकर धांधली से आम व जरूरतमंद व्यक्ति को बेहद परेशानी से जूझना पड़ा रहा हैं. जबकि जिम्मेदार व्यक्ति मौन हैं. राशन माफियाओं के आगे एक बार फिर प्रशासनिक एवं जिलापूर्ति अघिकारियों ने घुटने टेक दिये हैं. राशन कोटेदार हेरा-फेरी से बाज नहीं आ रहे हैं. यदि ठीक प्रकार से जांच करायी जाये तो सभी राशन कोटेदारों की कालाबाजारी का सच सामने आ जायेगा. न ही समय से राशन बांटता हैं और न ही लोगों को पूरा राशन दिया जाता हैं. वहीं आधार कार्ड का बहाना बनाकर अभी भी सैकड़ों राशन कार्ड धारकों को राशन नहीं दिया जा रहा हैं. राशन वितरण में होने वाली धांधली को बंद करने के लिए लगातार जहां प्रदेश सरकार प्रयासरत हैं और नई-नई योजनाओं और नियमों के द्वारा जनता को लाभ पहुंचाने की कवायद में जुटी हैं , वहीं राशन कोटेदार अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. क्षेत्रीय प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी रजौन व अनुमंडल पदाधिकारी बांका से सांठ-गांठ रखकर राशन कोटेदार आज भी अपने हेर-फेर से बाज नहीं आ रहे हैं. प्रखंड के सभी गरीब व जरूरतमंद व्यक्ति विभाग से यह जानना चाहती हैं कि यह गोरखधंधा जो सभी पंचायत में चल रही हैं आखिरकार इससे मुक्ति कब मिलेगी या विभागीय खानापूर्ति बनी रह जायेगी.
उल्लेखनीय इस बात की हैं कि सिंहनान पंचायत के मनोहर डीलर के यहां उपस्थित देवेन्द्र कुमार मिश्रा, जितेंद्र कुमार चौधरी, लंबोदर मिश्र ने बताया कि विगत एक वर्षों से राशन केरोसीन नहीं मिल रही हैं , डीलर से पूछने पर बताया कि आपका राशन कार्ड रद्द कर दिया गया हैं. जिसके वाबजूद एसडीएम व प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को लिखित आवेदन के साथ साथ डाक के माध्यम से आवेदन उपलब्ध करा कर गुहार लगाई गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुआ. ठीक इसी दौरान सिंहनान पंचायत के हीरा डीलर के यहां भी स्थिति जस की तस बनी हुई हैं. मौके पर मौजूद महिलायें गुडिया देवी, राधिका देवी व सोनी देवी ने बताया कि दबंग व्यक्ति को सिर्फ गेहूं का पूरा बोरा दिया जाता हैं और हम गरीब महिला को सरकार की गेहूं तक नसीब नही होती हैं. अनाज भी कम कम दिया जाता हैं. वहीं मंझगांय-डरपा पंचायत के अशोक राय व रघुनंदन डीलर के यहां पर भी कम कम आनाज देने का कोटेदार ने जमकर अपनी आपबीती सुनाई. वहीं रजौन प्रखंड अंतर्गत रजौन, नवादा बाजार, आसमानीचक, सकहारा, हरचंड़ी-अमहारा, चिलकावर-असौता, धौनी बामदेव, राजावर , तेरहमाईल,इस्लामपुर, व कई डीलर के यहां जांच के क्रम में मौजूद कोटेदार ने बताया कि डीलर की मनमानी से आम जनता लाचार और बेवस हैं. अगर सरकारी बाबू नियमित जांच कर कठोर कार्रवाई नहीं करेंगे तो सड़क पर उतरकर जन आंदोलन किया जाएगा.
वहीं तीसरी ओर विभाग और डीलर के मनमानी रवैया से आम , लाचार और बेवस जनता को जूझना पड़ रहा हैं. आखिरकार आधार कार्ड की फोटो स्टेट कितनी बार विभाग लेगी. सभी डीलर अपनी दुकान पर जनवितरण के समय कथित नटवरलाल को बैठा रखे हैं, जो कि 03 महीने तक आनाज नहीं देने के बाद चौथी महीने नटवरलाल स्वयं बैठकर राशन कार्ड पर चारों महीने की हाजिरी बना देते हैं. जैसा कि आपको ज्ञात होगा निवर्तमान एसडीओ बांका (पूनम कुमारी) के समय प्रमुखता से प्रकाशित खबर "मैडम के हंटर से एक दर्जन डीलरों की हुई छुट्टी" से सभी डीलरों में हड़कंप मच गई थी पुनः तबादले के बाद " यहां कांठ के हांडी में पक गई खिचड़ी" वाली कहानी हो गई हैं.
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