शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़ |ब्रह्मदेव साहित्य समाज के तत्वाधान में नगर से सटे पूरे ईश्वरनाथ ग्राम सभा में संगठन के अध्यक्ष प्रेम कुमार त्रिपाठी प्रेम के आयोजकत्व में जनपद की शान राष्ट्रीय कवियत्री सुश्री ज्योति त्रिपाठी का जन्मोत्सव धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया | इस मौके पर एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार लेखक डॉ संगम लाल त्रिपाठी भवर ने किया |कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में ब्रह्मदेव समाज के अध्यक्ष पंडित सत्येंद्र नारायण तिवारी रहे और संचालन विनय कुमार मिश्र तथा सरस्वती वंदना सुरेश नारायण द्विवेदी ने किया | इस अवसर पर पंडित शिवेश शुक्ल को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित भी किया गया | मुख्य अतिथि सत्येंद्र तिवारी ने ज्योति को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ज्योति बेल्हा की ही नहीं भारत की बेटी बन चुकी है | राजेश मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि ज्योति अपने संघर्षों के दम पर जनपद का नाम रोशन कर रही है |इस अवसर पर रामचंद्र उपाध्याय , परमानंद मिश्र,शिवेश शुक्ल, अखिल नारायण सिंह ने भी ज्योति को मंगलकामनाएं दी | प्रेम कुमार त्रिपाठी प्रेम ने बेटियों पर अपने भाव व्यक्त करते हुए पढा - बल संबल अवलंबन बेटी , देती है नवजीवन बेटी | हर बेटी में अपनी बेटी ,पडी दिखाई | अनूप अनुपम नें जीवन में जोश भरते हुए पढा - " हो भाग्य भरोसा जीवन सारा फिर भी ना घबराना , कर्मधुरी है जीवन का बस आगे बढ़ते जाना " इस मौके पर डॉ भवर ने पढा - " गम से निजात सबको दिलाती है बेटियां , हर फर्ज जिंदगी में निभाती है बेटियां " विनय कुमार मिश्र ने रचना पढा - बेटे अगर रत्न है परिवार के लिए , तो कुबेर के कोष की है खान बेटियां "| कार्यक्रम में कामेश्वर उपाध्याय ,शिव बहादुर, माया त्रिपाठी ,लीलावती उपाध्याय आदि लोग मौजूद रहे | अंत में समाजसेवी एवं कार्यक्रम के स्वागतकांक्षी रामचंद्र उपाध्याय ने सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया |
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