अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर ।। जनपद बलरामपुर के परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा स्तर के सुधार हेतु शासन स्तर से तमाम प्रयास किए जा रहे हैं । देश के सबसे पिछड़े 115 जनपदों में एक जनपद बलरामपुर की शिक्षा का स्तर है । इसीलिए बलरामपुर को अति महत्वाकांक्षी जनपदों की श्रेणी में रखा गया है ।
बेसिक शिक्षा में सुधार लाने के लिए नीति आयोग ने नोडल एजेंसी भी नियुक्त कर रखी है जिसके लाख प्रयास के बावजूद भी परिषदीय विद्यालयों के अध्यापक ना तो खुद सुधर रहे हैं और ना ही शिक्षा व्यवस्था में सुधार करने का कोई प्रयास किया जा रहा है । इस बात का खुलासा हाल ही में जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश द्वारा परिषदीय विद्यालयों का नोडल अधिकारियों द्वारा आकस्मिक निरीक्षण कराने पर हुआ है ।
जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला अधिकारी द्वारा नामित नोडल अधिकारियों द्वारा जिले के समस्त 9 विकास खंडों के विभिन्न परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया । नोडल अधिकारियों द्वारा विकासखंड सदर में 10, उतरौला में 8, गैसड़ी में 7, हरैया सतघरवा में 7, पचपेड़वा में 8, रेहरा बाजार में 9, श्रीदत्तगंज में सात तुलसीपुर में 16 तथा के गैड़ास बुजुर्ग में 14 परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया ।
निरीक्षण किए गए कुल 86 परिषदीय विद्यालयों में से 38 अध्यापक व शिक्षामित्र अनुपस्थित पाए गए जिनका एक दिन का वेतन रोकने तथा स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिहर प्रसाद को दिया गया है । निरीक्षण में यह भी पाया गया कि विकासखंड गैंड़ास बुजुर्ग के प्राथमिक विद्यालय बड़हरा, सदर विकास खंड के जूनियर हाई स्कूल पड़री उच्च प्राथमिक विद्यालय भचकहिया में विद्युत व्यवस्था नहीं है ।
विकासखंड गंडास बुजुर्ग का कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय व प्राथमिक विद्यालय भगवता पुर व गुलजार डीह, प्राथमिक विद्यालय प्रथम व द्वितीय हरनीडी दुंंधरा अवतार पुर, जूनियर हाई स्कूल दुंदरा, पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालय कैथवलिया सलेमपुर में सफाई कर्मी नहीं आते हैं । विकासखंड गैैंंड़ास बुजुर्ग के प्राथमिक विद्यालय गुलजार डीह में जलभराव की समस्या है ।विकासखंड तुलसीपुर के प्राथमिक विद्यालय व जूनियर हाई स्कूल परसिया गौरी के विद्यालय भवन की स्थिति जर्जर है ।.विकासखंड तुलसीपुर के प्राथमिक एवं जूनियर विद्यालय रामगढ़ मैैैटहवा बंद पाया गया तथा प्राथमिक विद्यालय पूरे छीटन में रजिस्टर तथा पाठन सामग्री नहीं पाई गई ।
कई विद्यालयों में एमडीएम की ना बनाए जाने की भी शिकायत प्राप्त हुई । जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को कमियों को तत्काल दुरुस्त कराने का निर्देश दिया है और कहा है कि जिले का पिछड़ापन दूर करने के लिए जिससे प्रशासन व साशन प्रयासरत है उसमें इतनी खराब रिपोर्ट काफी चिंताजनक है । उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिया है कि विद्यालयों की व्यवस्था दुरुस्त कराएं । जिन विद्यालयों के अध्यापक अनुपस्थित पाए गए हैं उनका एक दिन का वेतन कटौती का स्पष्टीकरण तलब किया जाए तथा जो एक से अधिक दिन अनुपस्थित पाए जा रहे हैं |
उनका वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया जाए, जो विद्यालय बंद पाए गए हैं उनके अध्यापकों का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण तलब किया जाए । निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित शिक्षकों में रेहाना खातून, शाहनाज बेगम, अनुपमा तिवारी, हेमलता कश्यप, नफीस अहमद, विपिन कुमार त्यागी, संदीप कुमार गुप्ता, करम हुसैन, कपिल चौधरी, विवेक कुमार, अंकिता नगाइच, सीमा यादव, नीतू सिंह, संतोष श्रीवास्तव, अनीता देवी, अर्पणा मिश्रा, सुमति मौर्या, प्रतिभा यादव, प्रेम सागर, विजय कुमार, राजीव कुमार, राम सिंह, अलका गौतम तथा शिक्षा मित्र इमरान अली, उमा सिंह नागेंद्र कुमार सिंह, कपूर चंद यादव, नीलम शुक्ला, जमुना पति वर्मा, उर्मिला देवी, रामबहादुर, वंदना, आरती सिंह, देवीदयाल, सारिका सिंह व मुस्तफा रजा तथा अनुदेशक प्रवीण कुमार व नंदलाल वर्मा शामिल हैं l
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