बच्चों को तौलने के साथ उनका बुखार नापने की भी जानकारी दी
आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खलीलाबाद के साथ ही साथ विभिन्न चिकित्सालयों में आशा कार्यकर्ताओं को विभिन्न चीजों का प्रशिक्षण देकर उन्हें बेहतर तरीके से काम करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिला मुख्यालय पर स्थित सीएचसी खलीलाबाद में आशाओं को बच्चों में कुपोषण की स्थिति मापने की जानकारी दी गई।
ट्रेनर रत्नेश कुमार ने आशाओं को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि किस प्रकार से बच्चो में कुपोषण की स्थिति को मापते हैं। उन्होने बच्चों की उम्र के हिसाब से स्प्रिंग बैलेंस व कम्बल की सहायता से बच्चों को वजन करने का तरीका बताया। साथ ही प्रतीकात्मक गुड़िया की सहायता से यह भी बताया कि बच्चों के अन्दर बुखार का मापन किस प्रकार से किया जाता है। बच्चों का बुखार मापने के सही तरीके के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि कभी भी बच्चों के मुंह में थर्मामीटर न लगाएं। बल्कि उनके कन्धे के नीचे थर्मामीटर लगाएं।
बच्चों के स्तनपान के बारे में भी उन्होने जानकारी दी तथा बताया कि बच्चों को महिलाएं किस तरह से स्तनपान कराएं। कुपोषित बच्चों के लिए पौष्टिक आहार के बारे में भी उन्होने जानकारी दी तथा यह कहा कि बच्चों को पौष्टिक आहार देकर उन्हें सुपोषित किया जा सकता है। लेकिन छ: महीने से कम के बच्चे को केवल मां का ही दूध दें।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य अधिकारी सत्येन्द्र यादव, गोरखनाथ यादव के साथ ही अन्य लोंगों ने भी आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया। वहीं बघौली की आशा कार्यकर्ताओं को सीएमओ कार्यालय के सभागार में डॉ ए के सिन्हा के निर्देशन में महिला हिंसा के विभिन्न आयामों का प्रशिक्षण दिया गया।
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