सुनील उपाध्याय
बस्ती । सरकारें भले देश में बेहतर शिक्षा का दावा कर रही है लेकिन सरकारी प्राथमिक स्कूलों की स्थितियां आज भी ठीक नही है। मामला बस्ती जिले के पुरानी बस्ती थाना छेत्र का जहां आज भी प्राइमरी स्कूल किराए के मकान में चल रहा है।
मात्र 1 कमरों में चल रहे विद्यालय के बगल में ही चूल्हा है जहां एमडीएम बनाया जाता है। जहा बच्चो की जान खतरे में डाल कर सिलेंडर का इस्तेमाल किया जाता है 1 ही कमरे में क्लास 1 से लेकर क्लास 5 तक बच्चे पढ़ने को मजबूर है
विद्यालय में न तो शौचालय है और न ही बच्चों के पीने के लिए पानी का इंतज़ाम आज़ादी के 50 वर्ष बीत जाने के बाद भी बस्ती का शिक्षा महकमा आज तक विद्यालय के ज़मीन ओर इमारत तक नही खड़ा कर पाया जिस विद्यालय के पास अपनी खुद की नींव न हो भला वहां पढ़ने वाले मासूम अपने सपने का महल क्या खड़ा कर पाएंगे । अब ऐसे में सबको बेहतर शिक्षा का दावा मात्र दावा ही नजर आ रहा है ।
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