अनगिनत सीरियलों व आधा दर्जन से अधिक फिल्मों में कार्य कर अपने अभिनय का मनवा चुकी है लोहा
हुनर प्रत्येक व्यक्ति में होती है, बस उसे निखारने कीआवश्यकता होती हैं और यह सब तब तक सम्भव नही है ,जब तक व्यक्ति स्वंय से इस दिशा में प्रयास न करें | लगन और मेहनत से ही सफलता का मुकाम पाया जा सकता है। लक्ष्य जितना बड़ा होता है, मेहनत भी उतनी ज्यादा करनी पड़ती है। वक्त के साथ तालमेल बैठाकर तैयारी की जाय तो सफलता निश्चित मिलेगी। क्षेत्र कोई भी हो पर बिना लगन व परिश्रम के मुकाम हासिल नही हो सकता क्योंकि कठिन मेहनत का फल हमेशा मीठा ही होता है।आज जो भी शख्सियत शिखर पर पहुँचें हैं वह उनकी कडी त्याग व मेहनत का परिणाम है |उक्त बाते अनगिनत टीवी सीरियलों व कई फिल्मों में अभिनय कर चुकी सूबे के गोरखपुर जिले की मूल रूप से रहने वाली रेखा दुबे ने वारिष्ठ पत्रकार शिवेश शुक्ल से हुई विशेष बातचीत के दौरान कही |
उनका कहना है कि आज मै जो कुछ हू वह अपनी मेहनत, लगन और मकसद की वजह से |एेसा नही है कि इसके पीछे किसी का सहयोग नहीं है पर किसी का सहयोग पाने के लिए स्वंय को उस काबिल बनाना पडा |रेखा दुबे का कहना है कि टीवी व फिल्मों में काम करने का बचपन से उनका शौक था,जिसके लिए कठिन परिश्रम करना शुरू किया तो सबसे पहले टेली शॉपिंग विज्ञापन करने का मौका मिला |
प्रस्तुत है बातचीत के कुछ अंश...
आप अभिनय के क्षेत्र में कैसे आई ?
बचपन से ही अभिनय का शौक रहा। स्कूल के समय में लुके छिपे गॉना व डॉयलॉग्स स्कूल के खाली समय में सहेलिया मुझसे सुनाने की पेशकश करते थी और मैं बेझिझक उनको सुनाती थी । लोग मेरे इस हुनर की तारीफ किया करते और कहते थे कि एक दिन अभिनय के क्षेत्र में यह अच्छा मुकाम हासिल करेगी, जिससे मेरा हौसला बढता गया और आज यहॉ तक सफर तय की है ।
आपको अभिनय तक का सफर करने में काफी मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा होगा ?
क्षेत्र कोई भी हो उसका रास्ता मुश्किलों के बीच से ही होकर जाता है, पर मुश्किल को मुश्किल मान लेना असफलता की निशानी है। मुश्किलें ही हमको आगे बढऩे के लिए प्रेरित भी करती है और मैं भी इसी प्रेरणा के साथ आगे बढ़ी और लोगों का सहयोग व प्यार इतना मिला कि आज मैं अभिनय के क्षेत्र में अनगिनत सीरियलों के साथ आधा दर्जन से अधिक फिल्म मे रोल निभा चुकी हूँ ।
आपको पहला ब्रेक कब और कैसे मिला ?
मुझे पहला ब्रेक टेली शॉपिंग विज्ञापन से मिला इसके बाद सीरियल मिस्टर कौशिक की पॉच बहुए करने के बाद आज तक पीछे मुड कर नही देखी |
आपको इस क्षेत्र में ऐसे सहयोगी भी मिले होंगे जो आपको आगे बढ़ाने की दिशा में मदद किया होगा ?
फिल्म जगत में जल्द कोई सहयोगी नही मिलता, सबसे बडी बात है कि अपने कार्य के लिए खुद को सघर्ष करना पडता है। अपने परिश्रम और हुनर से सब कुछ स्वंय पाना पडता है ।
अभी तक कितने फिल्म व सीरियल मे अभिनय निभा चुकी है ?
अब तक हमने पवित्र बंधन, नीली छतरी वाला , काहे दिया परदेश मराठी सीरियल , खटमले ए इश्क , सावधान इण्डिया, क्राइम प्रेट्रोल, सीआईडी , जाने क्या होगा रामा रे, भाभी जी घर पर है जैसे अनगिनत सीरियलो में कार्य करने के साथ ही फिल्म काल फॉर फन, सारी डैडी व भोजपुरी फिल्म मुम्बइयॉ लडकी देशी बबुवा तथा देश प्रदेश फिल्म स्टार धर्मेन्द्र जी व पवन कुमार के साथ कार्य कर चुकी हू |
वर्तमान में कोई फिल्म या सीरियल जिसमें आपने अभिनय किया हो ?
जी हॉ शीघ्र रिलीज होने फिल्म जो फिल्म स्टार गोविन्दा जी के साथ कार्य किया है वह है भगवान के लिए छोड़ दो हमें,और बिग गंगा पर चल रही सीरियल दिव्या शक्ति में भी कार्य की हू |
आप नए कलाकारों को क्या संदेश देना चाहेंगीं ?
अभिनय में क्षेत्र में आने वाले नए चेहरों को मेरा यही पैगाम है कि हमेशा अपने काम को ईमानदारी और लगन से करें, और अपनी काबिलियत की पहचान कराए। यह तभी संभव होगा जब आप दृढ़ संकल्प के साथ अपने सपनों को साकार करने की कोशिश करेंगे।
प्रस्तुति
शिवेश शुक्ल
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