अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर ।। परिवार नियोजन के लिए अंतरा इंजेक्शन लगवाने के मामले में जनपद बलरामपुर ने लगातार तीसरी बार टाप किया है। अंतरा इंजेक्शन की लोकप्रियता ने एक बार फिर जिले को मंडल में प्रथम स्थान पर पहुंचा दिया है। प्रजनन स्वास्थ्य मे सुधार लाने के लिए जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर “अंतरा दिवस’’ का आयोजन किया गया जिसमें भारी संख्या में स्वास्थ्य केन्द्रों पर आई महिलाओं ने तिमाही गर्भ निरोधक इंजेक्शन “अंतरा” में अपनी रुचि दिखाई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ घनश्याम सिंह ने बताया कि बीते 26 मार्च को मंडल सहित जिले में सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर“अंतरा दिवस” मनाया गया। इस दिन मंडल में सबसे ज्यादा 341 महिलाओं ने तिमाही गर्भ निरोधक अंतरा इंजेक्शन चिकित्सकों की देख रेख मे लगवाया। सीएचसी श्रीदत्तगंज में सबसे ज्यादा 71 महिलाओं ने अंतरा को अपनाया है। इसी तरह सीएचसी तुलसीपुर में 66, रेहरा बाजार में 53, सीएचसी गैण्डास बुजुर्ग में 40, सीएचसी उतरौला और गैसड़ी में 25-25, सीएचसी पचपेड़वा और शिवपुरा में 22-22 और पीएचसी बलरामपुर में 17 महिलाओं ने अंतरा को अपनाया। अब तक जिले में अंतरा गर्भ निरोधक इंजेक्शन के लाभार्थियों का आंकड़ा करीब 3589 को पार कर चुका है। सीएमओ ने बताया कि परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों मे अंतरा इंजेक्शन कुल प्रजनन दर 4.9 को कम करने काफी सहायक होगा।
उन्होने बताया कि ऐसी महिलायें जिन्होंने पहली बार तिमाही गर्भ निरोधक अंतरा इंजेक्शन लगवाया है उन्हे निःशुल्क टोल फ्री नंबर 1800 103 3044 पर फोन करके अपना नाम पंजीकृत करवाना होता है जिससे समय-समय पर अंतरा इंजेक्शन संबंधी परामर्श की सुविधा उन्हे मिलती रहे। महिलाओं का नाम पंजीकृत करवाने में क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता सहयोग करेंगी। तुलसीदास तिवारी जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई ने बताया कि जो महिलाएं बच्चों के जन्म में अंतर रखना चाहती हैं “अंतरा” उनके लिए एक बेहतर विकल्प है। उन्होने बताया कि जिले के 3 जिला अस्पताल, 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, व 24 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर तिमाही अंतरा इंजेक्शन निःशुल्क उपलब्ध है, इच्छुक दंपत्ति अनचाहे गर्भ से बचने के लिए इसका लाभ उठा सकते हैं। उन्होने बताया कि अप्रैल 2018 से मार्च 2019 अब तक जिले में 3589 बार महिलाओं ने अंतरा अपनाया है जो कि मंडल में सर्वाधिक है।
क्या है अंतरा इंजेक्शन
-यह एक आधुनिक एवं अस्थायी तिमाही गर्भ निरोधक साधन है। इस विधि को शुरू करने से पहले प्रशिक्षित डॉक्टर द्वारा जांच कराना अत्यंत आवश्यक है। लंबे समय तक गर्भ से बचाव के लिए इसको हर तीन महीने पर लगवाना चाहिए।
क्या है अंतरा का लाभ
-स्तनपान कराने वाली मां प्रसव के 6 सप्ताह बाद अंतरा अपना सकती हैं, इससे दूध की मात्रा और गुणवत्ता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जो महिलाएं गर्भ निरोधक गोली नहीं खा सकतीं वे इसका इस्तेमाल कर सकतीं हैं। इससे संबंध बनाने में किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी और कुछ मामलों में ये माहवारी के दौरान होने वाली ऐठन को भी कम करता है।
कौन लगवा सकता है अंतरा इंजेक्शन
वे दंपत्ति जिनका परिवार अभी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन अभी बच्चे नहीं चाहते हैं या दो बच्चों मे अंतर रखना चाहते हैं। अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए व प्रसव पश्चात, बच्चे को दूध पिलाने वाली माताएँ 6 सप्ताह बाद तिमाही गर्भ निरोधक अंतरा इंजेक्शन लगवा सकती हैं।
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