ए. आर. उस्मानी
इटियाथोक, गोण्डा। विकास खण्ड रूपईडीह की ग्राम पंचायतों में कार्यरत 79 ग्राम रोजगार सेवकों को डेढ़ वर्षों से मानदेय का भुगतान अब तक नहीं किया गया है। बकाया मानदेय न मिलने से रोजगार सेवकों में रोष व्याप्त है। इनके सामने होली का त्यौहार मनाना बड़ी समस्या हो गई है।
विकास खण्ड रूपईडीह की 89 ग्राम पंचायतों में से 79 में मनरेगा के तहत कार्यरत रोजगार सेवकों को विगत 18 माह से मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है।आदर्श ग्राम रोजगार सेवक संघ के जिला महामंत्री रवीन्द्र कश्यप ने बताया कि लगातार मनरेगा के तहत ग्राम पंचायतों में काम करने वाले रोजगार सेवकों को डेढ़ वर्षों से विभागीय अधिकारियों तथा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की हीला हवाली के चलते बकाया मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मानदेय के लिए आयुक्त रोजगार मनरेगा, खण्ड विकास अधिकारी सहित सांसद, विधायक से कई बार रोजगार सेवकों के मानदेय भुगतान को दिलाए जाने की मांग की गई। साथ ही राजधानी लखनऊ में मानदेय बढ़ोत्तरी व अन्य मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया गया, जहां पर मुख्यमंत्री एवं ग्राम्य विकास मंत्री से रोजगार सेवक संघ के प्रदेश पदाधिकारियों के बीच वार्ता के उपरांत आश्वासन दिया गया था, लेकिन न तो रोजगार सेवकों की समस्या पर विचार किया गया और न ही डेढ़ वर्षों का बकाया मानदेय का भुगतान ही हो सका। उन्होंने बताया कि इस बीच कई त्यौहारों और अन्य आवश्यक कार्यों के लिए रोजगार सेवकों को धन की भारी आवश्यकता पड़ी, लेकिन संबंधित अधिकारी व जनप्रतिनिधि द्वारा कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। रोजगार सेवक संघ के जिला महामंत्री श्री कश्यप ने कहा कि हर त्यौहार की तरह होली का त्यौहार भी रोजगार सेवकों के परिवार में नकद धन के अभाव में पूरी तरह से फीका साबित हो रहा है।
प्रभारी खण्ड विकास अधिकारी रुपईडीह व डीडीओ गोण्डा रजत यादव ने बताया कि ग्राम रोजगार सेवकों को तीन तीन महीने का मानदेय दिया गया है। शासन से रूपया आते ही शेष मानदेय का भुगतान भी कर दिया जायेगा।
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