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अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन











शिवेश शुक्ला 
प्रतापगढ़। श्रीराम कथा वाचक  विनोदानन्द महराज व पं.अशोक शुक्ला ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व कवियों समाजसेवियों ,सैनिकों को सम्मानित कर कार्यक्रम प्रारम्भ किया।कवि सम्मेलन का प्रारम्भ आकाशवाणी प्रयागराज की उद्घोषिका आभा मधुर की वाणी वन्दना से शुरू हुआ.लखनऊ से पधारे ओजकवि योगेश चौहान ने पढ़ा-भरत  वंशियों को रिपु  दल  कीट  पतंगा  दिखता है, चढ़कर दुश्मन की छाती  पर अमर तिरंगा लिखता है।हास्यकवि  संदीप सरारती  ने  पढ़ा -बासन्ती  रंग  यौवन में सभी के घोल जाती है।बूढ़े नौजवाँ सबको  ये राजा  बोल जाती है।मध्य प्रदेश से आये ओजकवि रूपेश राठौर ने पढ़ा -महासमर  जो छेड़ा तुम ने  ताँडव होगा सरहद  पर।भारत तो होगा मानचित्र पर 
पाक ना होगा नक्से पर।हरदोई से आये गीतकार करूणेश दीक्षित ' सरल'  ने पढ़ा -बहुत बाहोश होता  हूँ मैं जब बेहोश होता  हूँ,तुम्ही से बात करता  हूँ मैं जब खामोश होता हूँ।ओजकवि अंजनी अमोघ ने पढा़- पृथ्वी जल  अम्वर में अनुसंधान किया हमने ,तुम आँखे खोलों हमने नया  हिन्दुस्तान  बनाया  है।प्रयागराज अकाशवाणी के गीतकार लोकेश शुक्ला ने पढा़-बड़ी  मुस्किल  से पहचान उन्हें इसबार होली में ,गुलाबी  हो गये  हैं साँवरे सरकार होली में।लखनऊ से आये हास्यकवि  विपिन  मलीहाबादी  ने पढ़ा-कहने  को कुछ भी कहो  पति बिन सब सून।चुल्लू भर भर कर भले,पीती  हो वह  खून. प्रयागराज से आयी  कवयित्री  आभा मधुर ने पढ़ा- ये  दुनिया हो रही  बरबाद भारत एक आशा है,उठो जागो  जवानो  तुम विवेकानन्द  बन जाओ।कार्यक्रम के संयोजक  हास्यकवि आशुतोष 'आशु' ने सेना के सर्जिकल स्टाइक पर पढ़ा- सरहद पार मार के दुश्मन सबको है दिखलाया,भारत माँ के हर फौजी का छप्पन इंची शीना है।।रायबरेली  से आये हास्य के कवि नरकंकाल ने पढा़-मोहब्बत  में इस कदर हम मटियामेट हो गये,महबूबा  की शादी हो गयी दो  दिन लेट  हो गये।कार्यक्रम  का सुन्दर संचालन कर रहे प्रयागराज के गीतकार शैलेन्द्र मधुर ने पढ़ा-मेरी साँसे ही रामायण मेरी  धड़कन ही गीता है,मेरा बचपन निराला  पन्त  की गलियों  में बीता  है।ओजकवि अखिलेश श्रीवस्तव ने पढ़ा-अब निर्ँय लो कूद पड़ो,बारामूला से कूच करो।कार्यक्रम  की अध्यक्षता कर रहे हास्यकवि वृजेश तन्हा ने पढ़ा-फैसन  म फस्ट मुला  भोजन म फेल,सब्जी  म छौक देय  म मिट्टी कै  तेल। अन्त में कार्यक्रम के आयोजक रामआसरे शुक्ल ने सबका  आभार व्यक्त  किया। कार्यक्रम में राजेश शुक्ल, शम्भूनाथ मिश्र ,राजेश मिश्र ,राजमणि तिवारी,विमल  शुक्ल,कृष्णआसरे शुक्ल,प्रवीणमणि तिवारी,सुभाष चन्द्र मिश्र,नरेन्द्र नारायण तिवारी आदि उपस्थित रहे।

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