सुनील उपाध्याय
बस्ती । एस.सी.एस.टी. एक्ट की धाराओं के दुरूपयोग, जातिगत आरक्षण, एकल पद से आरक्षण समाप्त किये जाने आदि के सवालों को लेकर सवर्ण लिबरेशन फ्रण्ट संयोजक दीन दयाल त्रिपाठी के नेतृत्व में सोमवार को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा गया।
इसके पूर्व शास्त्री चौक पर आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुये एसएलएफ संयोजक दीन दयाल त्रिपाठी ने कहा कि जानबूझकर समाज में विद्वेष पैदा करने की नीयत से एस.सी.एस.टी. एक्ट की धाराओं का दुरूपयोग किया जा रहा है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
कहा कि नोयडा में सेवा निवृत्त कर्नल बी.एस. चौहान को बिना जांच के एस.सी.एस.टी. एक्ट के तहत जेल भेज दिया गया, बस्ती में कलवारी थाना क्षेत्र के गोपालपुर निवासी राम गोपाल दूबे के पुत्र राहुल, शिवम और उदयभान दूबे के पुत्र दीपक दूबे के विरूद्ध एससीएसटी एक्ट के तहत फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर उत्पीड़न किया जा रहा है, सुपेलवा के ग्राम प्रधान अवनीश सिंह एवं दो अन्य के विरूद्ध एस.सी.एस.टी. एक्ट के तहत फर्जी परिवाद दायर कर उनका षड़यंत्रपूर्वक उत्पीड़न जारी है। यदि यह सिलसिला जारी रहा तो एस.एल.एफ. चुप नहीं बैठेगी। मांग किया कि नोयडा में सेवा निवृत्त कर्नल बी.एस. चौहान प्रकरण में फर्जी मुकदमा दर्ज कराये जाने के जिम्मेदार एडीएम को बर्खास्त कर जेल भेजा जाय जिससे लोग फर्जी मुकदमा दर्ज कराने से बाज आयें।
सभा को राष्ट्रवादी पार्टी भारत मण्डल अध्यक्ष के कैलाशनाथ शर्मा, पूर्व प्राचार्य गणेश प्रसाद पाण्डेय, भारतीय विकास मंच के प्रदेश महामंत्री अवनीश सिंह, रामरिका पाण्डेय आदि ने सम्बोधित किया। कहा कि जातिगत, आरक्षण, एस.सी.एस.टी. एक्ट और पदोन्नति में आरक्षण समाप्त कियेे जाने की जरूरत है।
सवर्ण लिबरशेन फ्रण्ट के नेतृत्व में आयोजित सभा और ज्ञापन सौंपते समय सुरेन्द्र विक्रम सिंह, मुन्ना पाण्डेय, दीनानाथ शास्त्री, फूलचन्द दूबे, पंकज सिंह, अंकुर पाण्डेय, ऋतिक सिंह, शशि भूषण पाण्डेय, शिवेन्द्र प्रताप सिंह, अखिलेश दूबे, जगदम्बा दूबे, अंकित शुक्ल, हिमांशु मिश्र, गोपाल दूबे, डब्लू सिंह, शिवेन्द्र प्रताप सिंह, श्यामनरायन दूबे, राजेश दूबे, श्रीधर दूबे, विवेक सिंह, गौरव त्रिपाठी, शुभम सिंह, सामरिक पाण्डेय, विजयचंद दूबे, निराला तिवारी, सुधाकर दूबे, उदयभान दूबे, राहुल त्रिपाठी के साथ ही अनेक लोग शामिल रहे।
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