अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर ।। जनपद के सभी हिस्सों में आज भाई-बहन के अटूट रिश्ते को कायम रखने वाला प्रेम का प्रतीक त्यौहार रक्षाबंधन धूमधाम से पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । सुबह से ही बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधने में व्यस्त दिखाई दी । बहनों ने अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधकर अपने भाइयों से आजीवन रक्षा करने का संकल्प लिया वहीं भाइयों ने बहनों को उपहार के साथ-साथ उनकी रक्षा का वचन भी दिया ।
बलरामपुर ।। जनपद के सभी हिस्सों में आज भाई-बहन के अटूट रिश्ते को कायम रखने वाला प्रेम का प्रतीक त्यौहार रक्षाबंधन धूमधाम से पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । सुबह से ही बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधने में व्यस्त दिखाई दी । बहनों ने अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधकर अपने भाइयों से आजीवन रक्षा करने का संकल्प लिया वहीं भाइयों ने बहनों को उपहार के साथ-साथ उनकी रक्षा का वचन भी दिया ।
जिले के तीनों तहसीलों बलरामपुर उतरौला व तुलसीपुर तथा 9 ब्लॉक मुख्यालयों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में रक्षाबंधन का पर्व शांतिपूर्वक मनाये जाने की सूचना मिली है । प्रशासन ने भी त्यौहार के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की थी और जगह-जगह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे । एक दिन पूर्व विद्यालय के बच्चों ने जवानों को राखी बांधकर उनसे देश की रक्षा का वचन लिया वहीं कई थाना पर महिलाओं ने जाकर पुलिस वालों की राखी बांधी । थाना सादुल्लाह नगर मे तमाम मुस्लिम महिलाओं ने पुलिसकर्मियों को राखी बांध कर उन्हें बधाइयां दी तथा देश की रक्षा का वचन लिया । पुराणों के अनुसार रक्षा बंधन भगवान वामन अवतार से जुड़ा हुआ है । भगवान वामन ने राजा बलि को रक्षा सूत्र बांधकर इस परंपरा की शुरुआत की थी । आदिकाल से रक्षा बांधने का कार्य पुरोहित किया करते थे ।
पुरोहित रक्षा बांधकर अपने जजमानों से समाज व देश की रक्षा का वचन लिया करते थे । मुगल शासन में रानी कर्मवती ने हुमायूं को राखी भेजकर उन्हें अपना भाई माना तथा उनसे रक्षा करने का अनुरोध किया । रानी कर्मवती का अनुरोध स्वीकार करते हुए हुमायूं ने कर्मवती को अपना बहन मानते हुए रक्षा का वचन भी दिया और उन्होंने अपना वचन निभाया भी । माना जा रहा है कि तभी से बहनें अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधकर रक्षा का वचन लेती आ रही हैं ।
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