अलीम खान
अमेठी:प्रदेश के बीमारों को स्वास्थ्य की राह दिखाने को लेकर सरकार ने योजना बनाई है 25 अगस्त से यानी आज से ''सुपोषण स्वास्थ्य मेला'' के जरिए इसका आगाज हुआ बीमारों को स्वास्थ्य की राह चलने को न सिर्फ टिप्स मिलें बल्कि कम पढ़े लिखे और गरीबों को संजीवनी देने का प्रयास किया जा रहा है कुपोषण से निपटने के लिए सरकार की ओर से गंभीर कवायद की जा रही है इसके तहत शनिवार को अमेठी जिले में सुपोषण स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया ।
कुपोषण को लेकर सरकार की गम्भीर पहल
कुपोषण के खिलाफ सरकारी जंग सालों से चल रही है लेकिन सकारात्मक परिणाम नहीं मिल रहे हैं नवजात बच्चों, गर्भवती माताओं में बढ़ रहे कुपोषण और मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सरकार गंभीर पहल कर रही है ।
अमेठी के मुसाफिरखाना सीएचसी में लगे सुपोषण स्वास्थ्य मेले में गर्भवती महिलाओं, किशोरियों और छोटे बच्चों आदि का नि:शुल्क उपचार के साथ ही स्वास्थ्य सम्बंधी टिप्स दिए गये तथा पौष्टिक आहार का वितरण भी किया गया ।
इस मेले को जनांदोलन के रूप में मनाये
जाने के लिए प्रत्येक मेला स्थल पर गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जॉच, हीमोग्लोबिन की जॉच, ब्लॅड प्रेशर व यूरिन की जांच की गई बाल विकास विभाग द्वारा सभी कुपोषित तथा अति कुपोषित बच्चों का वजन तथा पूरक पोषाहार का वितरण किया गया आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ओर से कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया किया गया और उनकी जांच से लेकर कुपोषण समाप्त होने तक विभाग देख रेख करेगा।
कुपोषण से जंग लड़ने को हर बुधवार को लगेंगे सुपोषण स्वास्थ्य मेले
सीडीपीओ (इंचार्ज) मुसाफिरखाना रीता सिंह ने बताया कि अब प्रत्येक महीने के प्रथम बुधवार को इस मेले का आयोजन किया जाएगा जिसमें एएनएम, आशा और आगनबाड़ी कार्यकत्री आपसी समन्वय स्थापित करके ग्राम स्वास्थ्य पोषण, स्वच्छता दिवस, परिवार नियोजन, दस्त व अन्य संक्रमण से रोकथाम के उपाय, गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्ण जांच, टीकाकरण, के अलावा बच्चों का वजन, लंबाई, अति कुपोषित बच्चों की पहचान, पोशाहार वितरण, किशोरी बालिकाओं में एनीमिया की रोकथाम, स्वच्छ भारत मिशन, हाथों की सफाई व स्वच्छता का महत्व, ओडीएफ आदि से संबंधित स्टॉल लगाया जा रहा है सीडीपीओ(इंचार्ज) मुसाफिरखाना रीता सिंह ने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर लाभ उठाने की अपील की है ।
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