शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ । जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने मंगलवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस के पश्चात् सेठ पन्नालाल खण्डेलवाल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पट्टी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डा0 महेन्द्र सिंह को निर्देशित करते हुये कहा कि मरीजों की कोई भी दवायें बाहर की न लिखी जाये।
जिलाधिकारी ने अस्पताल में व्याप्त गन्दगी पर नाराजगी व्यक्त करते हुये चिकित्सा अधीक्षक को अस्पताल की सफाई व्यवस्था और मरीजों में दवा आदि के वितरण पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होने सी0एच0सी0 का विधिवत् निरीक्षण किया और कहा कि प्रदेश सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि गरीब व्यक्ति जो स्वास्थ्य केन्द्र तक आये उसको दवा आदि का समुचित प्रबन्ध सी0एच0सी0 की तरफ से हो और उसे अन्यत्र भटकना न पड़े।
जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष में पंजीकृत महिलाओं की संख्या में विषय में जानकारी ली तो चिकित्सा अधीक्षक द्वारा बताया गया कि 981 महिलायें पंजीकृत थी जिसमें से 809 महिलाओं की डिलेवरी करायी जा चुकी है। जिलाधिकारी ने वहां पर पैथालॉजी लैब का भी निरीक्षण किया जिसमें जिन महिलाओं के 7 प्रतिशत से कम हिमोग्लोबीन रजिस्टर में अंकित था उसके सम्बन्ध में पैथालॉजी फार्मासिस्ट से जानकारी ली और महिलाओं के हिमोग्लोबिन के सुधार के सम्बन्ध में जब जिलाधिकारी ने जानकारी चाही तो उनके द्वारा सन्तोषजनक उत्तर नही दिया गया जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और कहा कि जिन महिलाओं के हिमोग्लोबिन 7 प्रतिशत से कम में अंकित है उनके नाम के आगे मोबाईल नम्बर, आशा एवं ए0एन0एम0 का नाम अंकित किया जाये और उनके हिमोगलोबीन प्रतिशत के सुधार के सम्बन्ध में समय-समय पर जानकारी ली जाये।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी अरविन्द कुमार श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे।
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