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एस.सी.एस.टी. एक्ट, जातिगत आरक्षण के सवाल पर शांति मार्च 10 को




सुनील उपाध्याय 
 बस्ती । शनिवार को सवर्ण लिबरेशन फ्रण्ट संयोजक दीन दयाल त्रिपाठी के संयोजन में प्रेस क्लब में सर्वोच्च न्यायालय के एस.सी.एस.टी. एक्ट के सम्बन्ध में दिये गये निर्णय, जातिगत, आरक्षण समाप्त करने, पदोन्नति में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का पालन किये जाने, एकल पद से आरक्षण समाप्त करने आदि सवालों को लेकर सामान्य वर्ग की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में आगामी 10 अप्रैल को एस.सी.एस.टी. एक्ट व अन्य बिन्दुओं के सवाल पर शांतिपूर्ण मार्च निकालकर  प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति को ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया। 
बैठक को अभयदेव शुक्ल, सत्येन्द्र शुक्ल ‘जिप्पी’ सुनील सिंह, कौशल किशोर पाण्डेय, चन्द्रमणि पाण्डेय ‘सुदामा’ महेश शुक्ल, बागीश सिंह, नन्दीश्वरदत्त ओझा, कैलाशनाथ शर्मा, सातेश्वर त्रिपाठी, राजेश कुमार ओझा,  विवेकानन्द पाण्डेय आदि ने सम्बोधित करते हुये एस.सी.एस.टी. एक्ट एवं जातिगत आरक्षण के सवाल पर जमीनी और व्यवहारिक मुद्दे उठाये। कहा कि सवर्ण समाज के लोग आरक्षण के विरोधी नही है किन्तु उसका आधार व्यवहारिक होना चाहिये। दलित वर्ग के सम्पन्न लोगों को आरक्षण देने का कोई औचित्य नही है। पदोन्नति में आरक्षण एक खतरनाक मांग है, इसमें सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन केन्द्र सरकार सुनिश्चित करे। 
एस.एल.एफ. की बैठक में रूपेश पाण्डेय, देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, परशुराम सिंह, अमिश पाण्डेय, दुर्गेश दूबे, सूर्यमणि पाण्डेय, इन्द्र प्रकाश शुक्ल, पंकज त्रिपाठी, अनूप मिश्र, सचिन्द्र शुक्ल, राजीव पाण्डेय, प्रभात मिश्र, बब्बू सिंह, शिरीश सिंह, रणविजय मिश्र ‘दीपक’ गौरव शुक्ल, लल्लन दूबे, राजेश मिश्र, सुजीत उपाध्याय, रामेश्वर सिंह, प्रणवीर सिंह, राहुल सिंह, अर्जुन सिंह के साथ ही बड़ी संख्या में सामान्य वर्ग के लोग उपस्थित रहे। 

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