गोंडा:-मसकनवा कस्बे के काली माई स्थान पर चल रहा नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का पूर्णाहुति के साथ समापन किया गया। कथा व्यास पं ध्रुव नारायण शास्त्री ने यज्ञ की महिमा का सुरूचि पूर्ण वर्णन किया।उन्होंने कहा कि अंत भला तो सब भला। यज्ञ से वातावरण शुद्ध होता है। मनुष्य निरोगी होता है। प्राचीन काल में ऋषि मुनि यज्ञ के माध्यम से सैकड़ों वर्ष तक जीते थे। उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मुख्य यजमान दया राम, पूनम और कमला देवी के साथ पृथ्वी पूजन कलश पूजन देव पूजन कराया।मां की दिव्य आरती की गयी। हरिभक्तों ने पूरी तन्मयता के साथ सस्वर कथा का रसास्वादन किया। भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। चंदन गुप्त,अनघ, सोनू, शिव प्रसाद, मंटू, गुटटू, अमित कुमार, गणेश नारायण, डा राम नारायण गुप्ता,गोपाल श्रीवास्तव, विजय, संजय, जगनारायण शुक्ल, सुधांशु, राहुल, सत्यनारायण, बलराम, राधेश्याम, प्रदीप कुमार सहित अनेक लोग रहे।
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