सुनील उपाध्याय
बस्ती। गुरूवार को शास्त्री चौक पर जलांचल प्रगति पथ संस्थान द्वारा महाराज गुहयराज निषाद जयंती समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये पूर्व मंत्री राम भुआल निषाद ने कहा कि श्रृंगवेरपुर के राजा महाराज गुहयराज ने मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के साथ जिस प्रकार से मैंत्री निभाकर दुनियां को संदेश दिया ऐसे उदाहरण विरले मिलते हैं। उन्होने श्रीराम को गंगापार ही नहीं कराया भरत के आने की सूचना पर श्रीराम, लक्ष्मण, सीता के रक्षा के लिये युद्ध को भी तत्पर हो गये। यही कारण था कि श्रीराम ने निषादराज को भरत के समान आदर दिया।
राम भुआल ने निषाद समाज का आवाहन किया कि वे अपने अधिकारों के लिये जागे, संघर्ष करें, कुरीतियों से बचे और अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से शिक्षित करें जिससे वे वर्तमान चुनौतियों का सामना कर सके।
रूधौली नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद ने कहा कि आज भी निषाद समाज के लोग कई अधिकारों से वंचित है। चाहे नदी, ताल पोखरों के पट्टे का सवाल हो या बालू खनन में हिस्सेदारी का, निषाद समाज के लोग हाशिये पर है। निषाद समाज जागेगा तभी परिवर्तन आयेगा क्योंकि कदम-कदम पर शोषण, उपेक्षा के खतरे हैं।
फिशर मैंन कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव सुनीता निषाद ने कहा कि महाराज गुहयराज के आदर्शों पर चलकर आगे बढना होगा। जीतू निषाद ने एकजुटता पर जोर दिया। आयोजक ई. राज बहादुर निषाद ने अतिथियों का स्वागत करते हुये कहा कि निषाद समाज की एकजुटता के लिये निरन्तर अभियान जारी है। कहा कि शिक्षा, संगठित होने से ही अधिकार मिलेंगे। बताया कि जलांचल प्रगति पथ संस्थान द्वारा प्रतिभावान गरीब छात्रों को हर स्तर पर सहयोग किया जा रहा है। संचालन करते हुये विनोद निषाद ने अनेक महत्वपूर्ण बिन्दु उठाये। अध्यक्षता जगराम निषाद ने किया।
महाराज गुहयराज निषाद जयंती समारोह में ओंकार निषाद, रामलगन, पल्टू निषाद, अमीरचंद निषाद, रामपाल, जितेन्द्र शाहनी, बुधिराम निषाद, वीरेन्द्र निषाद, बब्बनलाल साहनी, हरिराम निषाद, बाढू प्रसाद, पल्लू निषाद के साथ ही बड़ी संख्या में निषाद समाज के लोग उपस्थित रहे।
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