थाना क्षेत्र के कुंदरखी चौराहे पर माहभर पूर्व हुई थी घटना
अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कुंभकर्णी नींद सो रही पुलिस
ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। बेखौफ बदमाशों ने दुकान पर सो रहे ग्राम प्रधान के भाई को आवाज देकर बाहर बुलाया और कनपटी पर असलहा लगाकर 1 लाख 78 हजार रुपये लूटने के बाद उसे गोली मार दी। गनीमत रही कि तमंचे से निकली गोली बांयें हाथ के कंधे के पास लगी। वारदात को अंजाम देने के बाद लुटेरे फरार हो गए। सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर भरतलाल यादव व मोतीगंज थानाध्यक्ष प्रियम्बद मिश्र पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घायल युवक के भाई की तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध लूट की घटना को 'हजम' करते हुए घर में घुसकर जानलेवा हमला करने का केस दर्ज किया। इस दुस्साहसिक वारदात को एक महीने से अधिक समय हो गये लेकिन इलाकाई पुलिस कानों में तेल डाले कुंभकर्णी नींद सो रही है। इस बड़ी घटना के बारे में थाने की पुलिस आला अधिकारियों को भी गुमराह किए हुए है।
बताते चलें कि जिले के दर्जीकुआं - मनकापुर मार्ग पर स्थित बजाज चीनी मिल (कुंदरखी) चौराहे पर वीरेन्द्र कुमार यादव पुत्र राम लखन यादव अपनी कास्मेटिक व जूता - चप्पल की दुकान में सोया हुआ था। विगत 16 /17 जनवरी की रात में करीब 1: 30 बजे असलहों से लैस तीन बदमाश दुकान पर पहुंचे। बदमाशों ने वीरेन्द्र को आवाज देकर बाहर आने को कहा। जैसे ही वह बाहर निकला, बदमाशों ने उसकी कनपटी पर असलहा रख दिया और उससे कहा कि जो रूपये हैं, सब दे दो नहीं तो गोली मार देंगे। बदमाशों की धमकी से डरे - सहमे वीरेंद्र ने अपनी दुकान के रैक में रखे 1 लाख 78 हजार रुपये बदमाशों को दे दिये। बताया जाता है कि रूपये लेने के बाद बदमाशों ने उसे गोली मार दी और फरार हो गए। वह घायलावस्था में शोर मचाते हुए भागा और कुछ ही दूरी पर स्थित हनुमान यादव की दुकान के पास बेहोश होकर गिर गया। चिल्लाने की आवाज सुनकर हनुमान यादव दुकान से बाहर निकले तो वीरेन्द्र को घायल देखकर उनके होश उड़ गए। इस घटना की सूचना उसने घायल वीरेंद्र के बड़े भाई कुंदरखी के ग्राम प्रधान राजेंद्र प्रसाद यादव को मोबाइल पर दी। प्रधान ने बदमाशों द्वारा गोली मारकर लूट की वारदात को अंजाम देने की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर भरतलाल यादव दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। इस बीच मोतीगंज थानाध्यक्ष प्रियम्बद मिश्र भी मयफोर्स घटनास्थल पर पहुंच गए। गंभीर अवस्था में घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने घटनास्थल से 12 बोर का एक देशी कट्टा व एक खोखा बरामद किया। यहां सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इलाकाई पुलिस लूट की घटना को ही डकार गयी। उसने आईपीसी की धारा 452 व 307 (घर में घुसकर जानलेवा हमला करने) के तहत अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। लूट की इस घटना को एक माह से अधिक समय हो गया लेकिन पुलिस कानों में तेल डालकर कुंभकर्णी नींद सोई हुई है।
......क्या 50 लाख की लूट जैसा ही होगा इस वारदात का हश्र!
गोंडा शहर के सबसे व्यस्त इलाके स्टेशन रोड रानी बाजार घोसियाना स्थित इलाहाबाद बैंक की ब्रांच से अक्टूबर 2017 में दिनदहाड़े बाइक सवार दो बदमाशों द्वारा सुरक्षा गार्ड की हत्या कर 50 लाख रुपये लूट लिए गए थे। इसके खुलासे के लिए कई टीमें लगायी गयीं लेकिन आज तक कोई सुराग नहीं लगा। इसी तरह जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लूट जैसी घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन सब फाइलों में गर्द खा रही हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इस जानलेवा हमले और लूट की घटना का भी वही अंजाम होगा, जो अन्य बड़ी वारदातों का होता आया है?
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