सुनील गिरी
हापुड। शुक्रवार को मोनाड वि०वि० में इंस्परेशन एण्ड एक्सप्रेशन ऑन कैनवास विषयक दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ हुआ। कार्यशाला में वि०वि० के अलावा मोदीनगर, बुलन्दशहर, हापुड़, राजस्थान आदि जगहों से आये प्रशिक्षु छात्रों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए ललित कला विभाग के अध्यक्ष डॉ० राना सब्यसाची ने कहा कि कला भावनाओं की अभिव्यक्ति है। भावनाओं को अभिव्यक्त करने के लिये किसी भी कलाकार को विषय व विचारों की गहराई में डूबना पड़ता है। जिसके बाद चित्रफलक पर कलाकार कोई आकृति उकेर (तैयार कर) पाता है। इस दो दिवसीय कार्यशाला में दिल्ली, मेरठ, हिमांचल प्रदेश, गाजियाबाद से आये ललित कला क्षेत्र के दिग्गज कलाकार कार्यशाला में भाग ले रहे छात्रों को प्रशिक्षित करेंगे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उपकुलपति कर्नल डी०पी० सिंह ने कहा कि एक चित्र हजार शब्दों के बराबर माना जाता है। इसीलिये कला को अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम माना गया है। यह दो दिवसीय कार्यशाला ललित कला के छात्रों की सोच एवं अभिव्यक्ति को एक नया आयाम प्रदान करेगी।
कार्यशाला का उद्घाटन माँ सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण व दीपांजलि से हुआ। कार्यक्रम का संचालन शांइदा चौधरी व संस्कार सैनी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन विभागीय शिक्षक रीना सिंह ने ज्ञापित किया। समारोह में डॉ० संगीता दयाल, डॉ० प्रशान्त आर्यन, डॉ० एम० जावेद, डॉ० सोमादास आदि लोग उपस्थित रहे।
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