सुनील उपाध्याय
बस्ती । स्वच्छता अभियान के जनक और अन्धविश्वास, सामाजिक कुरितियों के विरूद्ध निरन्तर संघर्ष करने वाले संत गाडगे को उनके 142 वीं जयन्ती पर याद किया गया। युवा कांग्रेस कोषाध्यक्ष अर्जुन कन्नौजिया के नेतृत्व में जिला चिकित्सालय के वार्डो में मरीजों में फल वितरित किया गया।
युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव अंकुर वर्मा ने कहा कि देश की एकजुटता के लिये अनेक संत महात्माओं ने समय-समय पर रचनात्मक आन्दोलन चलाये। देवीदास डेबुजी झिंगराजि जानोरकर को लोग प्यार से बाबा गाडगे या संत गाडगे महाराज के नाम से जानते थे। इनका जन्म 23 फरवरी, 1876 को अँजनगाँव सुरजी, जिला. अमरावती,महाराष्ट्र के एक धोबी परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम झिंगराजि एवम् माता सखुबाई था। गाडगे बाबा एक समाज सुधारक और घुमक्कड भिक्षुक थे। उन्होने स्वच्छता के लिये केवल संदेश नहीें दिया वरन स्वयं आगे बढकर स्वच्छता के लिये प्रयास किया। उनकी लगन और निष्ठा को देखकर लोगों ने उन्हें संत की उपाधि दिया। वे सच्चे अर्थो में भारत मां के लाल थे।
जिला अस्पताल मंें मरीजों में फल वितरण केे दौरान राजू कन्नौजिया, अनिल कन्नौजिया, अंकुर श्रीवास्तव, अरशद अली, विक्रम चौहान, रोहन श्रीवास्तव, मो0 जलील, पंकज सिंह, सत्येन्द्र मिश्र, जगदीश शर्मा, लवकुश गुप्ता, आलोक गुप्ता आदि शामिल थे।
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