विकास सिंह
सिद्धार्थनगर: पड़ोसी देश नेपाल के कृष्णनगर कस्बे में बीते शनिवार को खरीददारी करने आये उप्र पुलिस के दरोगा की दुकानदारों द्वारा पिटाई व दुर्व्यवहार किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। देर शाम तक चले गतिरोध के बाद दोनों पक्षों में सुलह हो गई।
मिली जानकारी के बीते शनिवार को नेपाल के कृष्णनगर कस्बे में स्थित कृष्णा कन्सर्न दुकान पर शोहरतगढ थाने के कथित एसआई श्रवण कुमार दूबे, एसआई दिनेश सिंह, एसआई जुबेर अली व एक सिपाही जैकेट खरीदने पहुंचे, काफी देर तक साइज को लेकर परेशान होने के बाद उनकी की साइज का जैकेट न होने से झल्लाकर किसी के मुँह से असंसदीय भाषा निकल गया। दुकानदार सुरेश अग्रवाल व उनके लडके रिंकू को लगा कि वे उन्हें अपशब्द कहे रहे हैं। जिसका उन्होंने विरोध किया तो बात इतनी बढ गई कि मामला जबरदस्त मारपीट में तब्दील हो गया।
दुकानदारों ने दरोगा को जमकर पीटा, इस बीच दरोगा गिड़गिड़ाता रहा। बीच बचाव करने गये दुकानदार रिंकू के चाचा मनोज को भी चोट खाना पडा। झगडे में एसआई श्रवण कुमार दूबे व सहयोगियों को भी काफी चोटें आने की खबर है। घटना के समय शोर सुन नेपाली पुलिस ने पहुंच कर बीच बचाव कर दोनो पक्षों को थाने ले गयी। बताया जाता है कि घटना की सूचना मिलने पर बढनी चौकी पुलिस व नेपाल उद्योग वाणिज्य संघ के अध्यक्ष सरदार गुरुशरण सिंह के प्रयासों से देर शाम दोनों पक्ष सुलह हो गए। कृष्णनगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर सुरेश गेरे ने बताया भारतीय दरोगा व उनके हमराही सुलहनामे में अपने को शोहरतगढ थाने में तैनात बताये हैं। दोनो पक्षों ने अपनी गलती स्वीकार कर सुलह कर लिया है। प्रथम दृष्टया जाँच में मामला आपसी गलतफहमी के कारण घटित प्रतीत होता है।
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दुकानदारों ने दरोगा को जमकर पीटा, इस बीच दरोगा गिड़गिड़ाता रहा। बीच बचाव करने गये दुकानदार रिंकू के चाचा मनोज को भी चोट खाना पडा। झगडे में एसआई श्रवण कुमार दूबे व सहयोगियों को भी काफी चोटें आने की खबर है। घटना के समय शोर सुन नेपाली पुलिस ने पहुंच कर बीच बचाव कर दोनो पक्षों को थाने ले गयी। बताया जाता है कि घटना की सूचना मिलने पर बढनी चौकी पुलिस व नेपाल उद्योग वाणिज्य संघ के अध्यक्ष सरदार गुरुशरण सिंह के प्रयासों से देर शाम दोनों पक्ष सुलह हो गए। कृष्णनगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर सुरेश गेरे ने बताया भारतीय दरोगा व उनके हमराही सुलहनामे में अपने को शोहरतगढ थाने में तैनात बताये हैं। दोनो पक्षों ने अपनी गलती स्वीकार कर सुलह कर लिया है। प्रथम दृष्टया जाँच में मामला आपसी गलतफहमी के कारण घटित प्रतीत होता है।
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