शासन के मानक के अनुरूप नहीं हो रही खरीददारी, डीएम का फरमान बेअसर
लालगंज प्रतापगढ़। तहसील क्षेत्र मे सहकारी समितियों के साथ निजी धान क्रय केंद्रों का संचालन हवा हवाई मे दिख रहा है। डीएम के दैनिक निरीक्षण के आदेश के बावजूद इन धान क्रय केंद्रों पर खरीद शून्य बनी हुई है। ऐसे मे सहकारी समितियों और निजी धान क्रय केन्द्रो के द्वारा क्षेत्र की कुछ नामचीन राइसमिलों के जरिये शासन को चूना लगाकर बड़े पैमाने पर कालाबाजारी भी सवालिया घेरे मे दिख रही है। हालांकि खाद्य निगम के द्वारा लालगंज तथा सांगीपुर व लक्ष्मणपुर तथा संग्रामगढ़ क्रय केन्द्रों पर खरीददारी तेजी से दिख रही है। यह बात दीगर है कि इन केन्द्रो पर भी शासन की मंशा के अनुरूप टोल फ्री नंबर तथा पेयजल एवं किसानों को निशुल्क बोरियों की सुविधा न के बराबर दिख रही है। सहकारी समिति द्वारा कागज पर लालगंज तथा लक्ष्मणपुर एवं संग्रामगढ़ तथा सांगीपुर मे क्रय केन्द्र संचालन की बात कही जा रही है। हकीकत मे एसडीएम द्वारा नामित राजस्व अफसरों के नियमित निरीक्षण मे यह केंद्र बंद पाये जा रहे है। क्षेत्र मे अर्जुनपुर के नाम से प्राइवेट प्लेयर धान क्रय केंद्र का संचालन भी धोखे मे है। अर्जुनपुर मे इस नाम का धान क्रय केंद्र नदारद है। लोगों की माने तो प्राइवेट प्लेयर के नाम से यह निजी धान क्रय केंद्र भी धान की खरीददारी मे कालाबाजारी के गोरखधंधे मे फल फूल रहा है। इधर किसानों की शिकायत को देखकर जिले के डीएम शंभू कुमार ने एसडीएम को सहकारी समिति के क्रय केंद्रों के संचालन की विधिवत जांच के भी आदेश दिये है। डीएम के आदेश के बावजूद अफसर अभी समिति के क्रय केन्द्रों की हकीकत खंगालने का समय नहीं निकाल पा रहे है। संचालित हो रहे खाद्य निगम के भी क्रय केन्द्रों पर आम किसान की शिकायत है कि मोटे धान की खरीद मे सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। ऐसे मे इस वर्ष धान की खरीददारी को लेकर किसान हालाकान दिख रहा है जबकि अव्यवस्था को लेकर अफसरों के कान जूं नहीं रेंग रहा है।
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