अमरजीत सिंह
फैजाबाद:सोहावल ब्लॉक के हाजीपुर बरसेंडी में निर्माणाधीन राजकीय आधौगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) की कार्यदायी संस्था सीएलडीएफ (लेकफैड) से करीब 1.55 करोड़ रुपये की रिकवरी की तैयारी है कार्यदायी संस्था से निर्माण कार्य छीन पहले ही आवास विकास परिषद को सौंपा जा चुका है जिलाधिकारी डॉ. अनिलकुमार ने आइटीआइ प्रधानाचार्य ओपी सिंह को पत्रावली के साथ बुधवार को तलब किया था जिलाधिकारी ने गुरुवार को भी चार सदस्यीय जांच कमेटी के सदस्यों को बुलाया है आइटीआइ में निर्माण कार्य करीब चार वर्ष से ठप है। इस मामले ने तूल तब पकड़ा जब क्षेत्रीय भाजपा विधायक शोभा ¨सह ने करीब चार महीने पहले निरीक्षण किया। इसके बाद कार्यदायी संस्था की शामत आ गई। यह आइटीआइ भाजपा विधायक के गांव महोली के बगल हाजीपुर बरसेंडी में निर्माणाधीन है विधायक को जब आसपास के ग्रामीणों ने इसकी बदहाली की दास्तां सुनाई तो वह निरीक्षण करने जा पहुंची निरीक्षण के बाद विधायक ने कई वर्षों से ठप पड़े आइटीआइ का प्रकरण शासन स्तर व जिलाधिकारी से उठाया उसी के बाद चार सदस्यीय जांच कमेटी से निर्माणाधीन आइटीआइ का मूल्याकन कराया गया
सूत्रों के अनुसार निर्माण कार्य में खर्च की गई धनराशि 132.81 करोड़ रुपये का आकलन कमेटी ने किया है चार सदस्यीय कमेटी में लोनिवि-निर्माण खंड-दो, प्रधानाचार्य आइटीआइ, परियाजना अधिकारी आवास विकास परिषद व कार्यदायी संस्था के अधिशासी अभियंता शामिल रहे उसी की रिकवरी कार्यदायी संस्था से कराने की पत्रावली संबंधित आइटीआइ के प्रधानाचार्य ओपी ¨सह के स्तर से दौड़ने लगी है प्रधानाचार्य के अनुसार कार्यदायी संस्था को वर्ष 2010-11 में आइटीआइ के भवन निर्माण के लिए 358. 96 करोड़ रुपये मंजूर हुआ था पहली किस्त 1443.58 करोड़ रुपये दिसंबर 2011 में व दूसरी किस्त दिसंबर 2012 में 144.36 करोड़ रुपये शासन ने जारी किया था। स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष 71.02 करोड़ रुपये अभी रिलीज होना है। सूत्रों का कहना है कि पांच वर्ष में निर्माण कार्य की लागत इतनी बढ़ गई है कि बिना पुनरीक्षित आगणन की मंजूरी के आइटीआइ का निर्माण आसान नहीं है। बताया गया कि आइटीआई हाजीपुर बरसेंडी की कक्षाएं कई वर्षों से शहर के अमानीगंज स्थित आइटीआइ में संचालित है
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