सुनील गिरी
हापुड़ । पर्यावरण प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए एक नई योजना बनाई है। इस योजना के तहत किसानों को खेत के मेंड़ पर पौधरोपण करना होगा। पौधरोपण में लगाए गए पौधों की धनराशि सरकार अनुदान के रूप में वापस करेगी। इस योजना से जहां छोटे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी, वहीं भूमि क्षरण पर रोक लगने के साथ ही विभिन्न प्रकार के फायदे होंगे।
प्रदेश सरकार ने वन क्षेत्र को बढ़ाने, पर्यावरण प्रदूषण व भूमि क्षरण रोकने के लिए एग्रो फारेस्ट्री मिशन योजना की शुरुआत की है। योजना के तहत लो डेन्सिटी में खेतों के मेड़ पर सौ से पांच सौ पेड़ एक हेक्टेयर जमीन में लगाने होंगे। सरकार की मंशा है कि पौधरोपण से भविष्य में छोटे किसानों की आय दोगुनी हो जाए। वहीं, हाई डेन्सिटी में पांच सौ से 15 सौ पौधे रोपने होंगे। सभी पौधों की रोपाई एक रो में रहेगी, जिससे पौधों का विकास समयानुसार सही तरीके से हो सके। योजना से लाभान्वित होने के लिए किसानों को वन विभाग में अपने खेत, बैंक पासबुक की छाया प्रति व फोटो जमा करनी होगी, जिससे वन विभाग आसानी से पौधरोपण का अनुदान उनके बैंक खाते में भेज सके। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि एग्रो फारेस्ट्री योजना से किसानों को बहुत लाभ मिलेगा। सरकार की मंशानुसार योजना के तहत अगले वर्ष जुलाई माह से पौधरोपण कराया जाएगा।
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