सुनील गिरी
हापुड़ । जमीयत उल उलेमा़ के कार्यकर्ताओं ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ धरने का आयोजन किया जिसमें जमीयत उल उलेमा के जिला अध्यक्ष मौलाना फकरुदीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यरुशलम को इजराइल की राजधानी बनाने का विरोध किया अमेरिकी राष्ट्रपति के इस कदम को लेकर मुस्लिमों में भारी रोष है। आपको बता दें जमीयत उल उलेमा ए हिंद के जिलाध्यक्ष मौलाना फकरुदीन व कार्यकर्ताओं ने सिकंदर गेट पर एक धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जिसमें जमीयत उलेमा-ए-हिंद के हापुड़ जिला अध्यक्ष ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल ट्रंप के खिलाफ आरोप लगाते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति अपनी तानाशाही रवैया के कारण यरुशलम को इजराइल की राजधानी बनाने में जुटे हुए हैं अमेरिकी राष्ट्रपति का यह कदम अंतरराष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र के उन फैसलों के विरुद्ध है जिनके तहत यह स्वीकार किया गया है कि 1967 के युद्ध में इजराइल ने यरुशलम पर अत्याचार पूर्ण कब्जा किया है अमेरिकी राष्ट्रपति की इस कार्यवाही का उद्देश्य उस नाजायज कब्जे को जल चढ़ाना है और यह निश्चित ही शांतिपूर्ण हल की राह में बाधक है आज के इस महत्वपूर्ण धरना प्रदर्शन में जिला उपाध्यक्ष कारी आसिम साहिब ने कहा ऐसे स्वतंत्र फिलिस्तानी राज्य की स्थापना हो जिसकी राजधानी पूर्वी यरुशलम ही हो हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि वह देश की दीर्घकालीन नीति के अनुसार स्पष्ट शब्दों में अमेरिकी राष्ट्रपति के फैसले की निंदा करें भारत ही की हमेशा यह नीति रही है कि उसने एक स्वतंत्र फिलिस्तानी का समर्थन किया है जिसकी राजधानी पूर्वी यरुशलम हो इस प्रदर्शन के द्वारा हम अपनी बात ऊपर तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं हिंदुस्तान के सभी मुस्लिम अमेरिकी राष्ट्रपति के इस कृत्य की घोर निंदा करता है और मांग करता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति इस तरह की कार्यवाही को तुरंत रोके ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ