गोंडा। चिकित्सक की गैर मौजूदगी में फार्मासिस्ट द्वारा मरीज को एक्सपाइर इंजेक्शन लगा दिया गया। तथा दो सौ रुपये लेकर हर तीसरे दिन एक इन्जेक्शन लगाने की सलाह देते हुए नौ इन्जेक्शन भी दे दिए। इन्जेक्शन लगने के बाद मरीज की परेशानी बढ़ गई। जब उसने इसकी शिकायत की तो उसका पर्चा फाड़कर भगा दिया गया।
मामला करनैलगंज तहसील क्षेत्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरगदी कोट का है। ग्राम कूरी बरगदी निवासी सुभाषचन्द्र का आरोप है कि गत 4 नवम्बर को उसकी तबियत खराब थी। वह प्राथमिक स्वास्थ्य कंेद्र बरगदी पहुंचा। जहंा पर चिकित्सक मौजूद नहीं थे। फार्मासिस्ट भाष्कर प्रताप सिंह मौजूद थे। उन्होंने अस्पताल का पर्चा काटा और एक नेन्ड्रोलेन नामक इंजेक्शन लगाया। इसके साथ ही उससे दो सौ रुपये लेकर नौ अतिरिक्त इन्जेक्शन भी दिये। उसके बाद हर तीसरे दिन इन्जेक्शन लगवाने की सलाह दी। इन्जेक्शन लगवाने के बाद जब वह घर पहुंचा तो उसके हाथ-पैर में ऐठंन व दर्द के साथ उलझन होने लगी। जब उसने इन्जेक्शनों को देखा तो वह एक्सपायर था। इसकी शिकायत लेकर वह फार्मासिस्ट के पास गया तो उसका पर्चा लेकर फाड़ दिया और उसे भगा दिया। पूरे शरीर में झंझनाहट होने पर वह दूसरे चिकित्सक के पास गया। पीडित ने मामले की शिकायत सीएचसी करनैलगंज के अधीक्षक से की है। सीएचसी अधीक्षक ड़ा सुरेश चन्द्रा बताते हैं कि मामला संज्ञान में है वे प्रशिक्षण पर हैं मामले की कराकर कार्रवाई की जायेगी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरगदी के चिकित्सक ड़ा पीएन राय बताते हैं कि उनके पास दो जगह का चार्ज है उस दिन वे धनावा केंद्र पर थे। मरीज का आरोप गलत है अस्पताल के एक्सपायर इंजेक्शन को फेंक दिया गया था उसे कोई उठा ले गया तथा फार्मासिस्ट से असन्तुष्ट होकर गलत आरोप लगा रहे हैं। मामले की जांच कर ली गई है। मामले में फार्मासिस्ट से बात नहीं हो सकी।
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