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दिसम्बर के शुरुआत होते ही अरंगा पर्वती झील पर शुरू हुआ विदेशी पंछियों का आगमन



गोण्डा। वजीरगंज  विकास खंड के ग्राम लक्ष्मणपुर गौरिया के मध्य स्थित स्वर्ग की अनुभूति कराने वाली अरंगा पर्वती झील पर अब तक जहाँ खामोशी का आलम बरकरार था,वहीँ दिसंबर के शुरूआती दौर से यहाँ प्रवासी पंक्षियों का आगमन शुरू होने से झील के नजारे मे चार चाँद लग गया है। जहाँ पंक्षियों के विचरण व उनके  कोलाहल को देख पर्यटकों का मन बाग बाग हो रहा है।
 बताते चलें कि वजीरगंज क्षेत्र के ग्राम लक्ष्मणपुर गौरिया स्थित अरंगा पर्वती झील पक्षी विहार मे अभी तक प्रवासी पंक्षियों का आगमन न होने के कारण सैलानियों के चेहरों पर उदासी का मंजर बरकरार था मगर दिसम्बर के शुरआती दौर से विदेशी पंक्षियों का आगमन होने से इनके मायूस चेहरों पर मुस्कराहट तैरने लगी है, जो पंक्षियों के विचरण व उनके कोलाहल को देख फूले नही समा रहे हैं। अवगत हो कि स्वर्ग के नजारे को अपने आगोश में सीमेटे अरंगा पर्वती झील को देखने के लिए देश के कोने कोने से लोग यहाँ आते हैं। बताते चलें कि यहाँ विदेशी पंक्षियों मे सुर्खाब, काज, चट्टा,नीलसर, लालसर, तित्तिर बत्तख, मुर्गाबी, आदि के अलावा अन्य पक्षियों मे काला तीतर, लाल मोनिया, अमरका, नकटा जंगली मैना, नीलकंठ, छपका, धनेश आदि भी पहुंचकर विचरण करते हैं।
 अभी तक किन किन पंक्षियों का हुआ आगमन
प्रवासी पंक्षियों के आगमन के बारे मे यहाँ तैनात कर्मचारी राजेन्द्र प्रसाद का कहना है कि यहाँ इस बार दिसम्बर की शुरआती दौर मे 3 किस्म के प्रवासी पंक्षियों नीलसर, तित्तिर बत्तख,व लालसर का आगमन हुआ है। जो अधिकतर सुबह शाम ही विचरण करते दिखाई देते हैं, उन्होंने कहा कि दिसंबर के अंत व जनवरी के शुरूआती दौर तक सभी पंक्षियों का आगमन हो जाता है। 
यहाँ व्याप्त है असुविधाओं का मकड़जाल
यहाँ सैलानियों के लिए लगा सरकारी नल व पेय जल सविधा जहाँ मात्र दिखावा बनके रह गया है, वहीँ पानी का बोट भी वर्षों से खराब पड़ा है। और तो और अधिकाँश किस्तियां भी ध्वस्त होकर झील के किनारे पड़ी हैं, बावजूद इसके विभागीय अधिकारी चैन की बंशी बजा रहे हैं जबकि यहाँ आने वाले सैलानियों को मूलभूति सविधाओं के आभाव का सामना करना पड़ रहा है।
रुपयों के बन्दर बाँट के चलते रुका सौन्दर्यकरण
चर्चा है कि अरंगा पर्वती झील के सौन्दर्यकरण हेतु आये बजट का कुछ सम्बंधित भ्रष्ट अधिकारियों के बीच बन्दर बाँट हो जाता है जिसके चलते इसके सौन्दर्यकरण का कार्य अभी भी अधर में लटका हुआ है, जबकि इस अरंगा पर्वती झील का नजारा लेने लेने के लिए देश विदेश के लोग यहाँ आकर अपनी नजरें बिछाते हैं   
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