राकेश गिरी
बस्ती। ‘शबरी‘ संकल्प अभियान के अन्तर्गत दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय खैर इण्टर कालेज के सभागार में किया गया है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शबरी संकल्प अभियान योजना को सफल बनाने एवं अभियान से संबंधित आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने हेतु सभी संबंधित विभागो जैसे. स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस, ग्राम्य विकास विभाग, पंचायत विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति के अधिकारियों/कर्मचारियों को योजना के विविध व्यवहारिक पहलुओ की जानकारी दी गयी। उल्लेखनीय है कि कुपोषण मुक्ति की दिशा में सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न विभागीय कार्यक्रमों में कन्वर्जेन्स स्थापित करते हुए प्रदेश में कुपोषण के रोकथाम के लिए शबरी संकल्प अभियान संचालित करने का निर्णय लिया गया है।
मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द कुमार पाण्डेय ने शबरी संकल्प अभियान के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए कहा कि इस अभियान के अन्तर्गत जहाॅ एक ओर लाभार्थियो को सेवाओ की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जायेंगी वही विभाग के आधारभूत ढाॅचे एवं अनुश्रवण व्यवस्था को भी सुदृढ किया जायेंगा। उन्होने कहा कि कुपोषण से मुक्ति की दिशा में इस अभियान के माध्यम से सभी संबंधित विभागो द्वारा उपलब्ध करायी जा रही सेवाओं की प्लानिंग, क्रियान्वयन एवं मानीटरिंग में कन्वर्जेन्स की व्यवस्था बनायी गयी है। शबरी अभियान के उद्देश्य पर ध्यान केन्द्रित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जनपद में शबरी कार्य योजना लागू करते हुए शून्य से तीन वर्ष के आयु के बच्चों में कुपोषण की दर में अपेक्षित कमी लाना है इसमें अभियान के तहत प्रत्येक जनपदीय अधिकारियों द्वारा कम से कम दो-दो गाॅवों को गोद लेते हुए उस गाॅव को छः माह की अवधि में कुपोषण मुक्ति बनाना है।
उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम को जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती सावित्री देवी सहित स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस, पंचायती राज, ग्राम्य विकास एवं खाद्य विभाग के अधिकारियों/प्रतिनिधियों ने सम्बोधित करते हुए योजना में उनके विभाग से संबंधित सेवाओं की जानकारियों से उपस्थित लोगो से अवगत कराया। बताया गया कि अभियान की मुख्य गतिविधियों में कुपोषित बच्चों की आनलाइन टेªकिंग, आगनबाडी केन्द्रो का सुदृढीकरण आदि को शामिल करते हुए कुपोषित बच्चों की मासिक ट्रैकिंग तथा सूचना को ई-शबरी के माध्यम से वेवसाइट पर फीड किया जायेंगा।
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