राकेश गिरी
बस्ती । शिक्षक की भूमिका कभी समाप्त नहीं होती। सरकारी सेवा में सेवानिवृत्ति एक प्रक्रिया है। अच्छा हो कि इसके बाद शिक्षक समाज निर्माण में अपनी रचनात्मक भूमिका का योगदान करें। यह विचार मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द पाण्डेय ने व्यक्त किया। वे शुक्रवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ बस्ती सदर इकाई द्वारा डिलिया बी.आर.सी. पर आयोजित शिक्षकों के विदाई समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्य विकास अधिकारी ने सेवानिवृत्त 14 सेवानिवृत्त शिक्षकांे को अंगवस्त्र, धार्मिक पुस्तकें भेंटकर सम्मानित किया।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येन्द्र कुमार सिंह ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिक्षकांें का उत्साहवर्धन करते हुये कहा कि समर्थ भारत के निर्माण का दायित्व गुरूजनांें पर है। गुरू के आचरण का प्रभाव छात्रों पर अमिट छाप छोड़ता है।
सेवानिवृत्त शिक्षक रामकृष्ण सिंह उर्फ बाल्मीक सिंह, इन्दू किरन, गीता शुक्ला, रामनौकर, साजिदा खातून, शकुन्तला मिश्र, अजीत कौर, विक्रमाजीत, शैलेष सिंह, सूर्यमुखी आदि ने अपने अनुभवों को साझा किया।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल, चन्द्रिका सिंह, शांति भूषण, अभय सिंह यादव, ब्लाक अध्यक्ष राजेश गिरी, शैल शुक्ल, मंत्री विशाल शुक्ल, सन्तोष मिश्र आदि ने विदाई समारोह को सम्बोधित करते हुये कहा कि एक शिक्षक अपने जीवन काल में अनगिनत छात्रों का भविष्य संवारते है। शिक्षकों पर ही समाज निर्माण का सबसे बडा दायित्व है।
कार्यक्रम में राघवेन्द्र राय, पुष्पलता पाण्डेय, कन्हैयालाल भारती, शत्रुजीत यादव, वंदना पाण्डेय, रून्ध्रावती पाण्डेय, पुष्पा पाण्डेय, सारिका सिंह, संगीता शुक्ल के साथ ही बड़ी संख्या में बस्ती सदर क्षेत्र के अनेक शिक्षक उपस्थित रहे।
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