राकेश गिरी
बस्ती । पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग को लेकर लखनऊ में आयोजित आन्दोलन के दौरान पुलिस की पिटाई से शहीद हुये शिक्षक नेता डॉ. रामाशीष सिह को श्रद्धांजलि अर्पित कर शिक्षकों ने गुरूवार को आन्दोलन को जारी रखने का संकल्प लिया और आल टीचर्स इम्पलाइज वेलफेयर एसोसिशन ‘अटेवा’ के बैनर तले विभिन्न संगठनों ने बापू प्रतिमा के समक्ष मोमबत्तियां जलाकर उनके योगदान को रंेखाकित किया। 7 दिसम्बर को ही रामाशीष सिंह की मौत हो गई थी।
अटेवा जिला संयोजक तौआब अली ने डॉ. रामाशीष सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये कहा कि एक वर्ष का लम्बा समय गुजर जाने के बाद भी केन्द्र और राज्य सरकारों की सोच में कोई परिवर्तन नहीं आया है। रामाशीष सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब सरकारें पुरानी पेंशन योजना को बहाल कर दें। तब तक हमें हक के लिये संघर्षो की मशाल को जलाये रखना होगा।
जिला महामंत्री दीपक सिंह प्रेमी ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग को लेकर चरणबद्ध ढंग से आन्दोलन जारी है। यदि मांगे शीघ्र पूरी न हुई तो शिक्षक और कर्मचारी राजधानी दिल्ली में एकत्र होकर केन्द्र सरकार के समक्ष प्रभावी ढंग से अपनी मांगों को रखेंगे। मण्डल संयोजक विजेन्द्र वर्मा ने कहा कि अधिकारों के लिये हमें पूरी ताकत से एकजुट होना होगा।
अजय आर्य, प्रमोद ओझा, वृजेश वर्मा, सुग्रीव भारती, नीलिमा गौतम, अशद जमाल, देवेन्द्र तिवारी, विजयनाथ तिवारी, पवन शुक्ल, अनीष अहमद, अमरचंद, सुनील मौर्य, अमरनाथ, रामचन्द्र यादव, कमर खलील अंसारी आदि ने डॉ. रामाशीष को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये हक के लिये निरन्तर आन्दोलन जारी रखने पर जोर दिया।
श्रद्धांजलि सभा और बापू प्रतिमा के समक्ष मोमबत्तियां जलाकर डॉ. रामाशीष सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में शिवरतन, विनय पाण्डेय, सुरेन्द्र यादव, सन्तोष प्रजापति, वासुदेव यादव, डा. सुरेन्द्र प्रसाद, राजेश आर्य, लक्ष्मी भारती, मनीष मिश्र, प्रशान्त बरगाह, अर्जुन प्रसाद, विजय प्रकाश, बब्बन पाण्डेय, अब्दुल मारूफ, रजनीश वर्मा, दिनेश कुमार, अवलोक कुमार, हरीराम, प्रमोद उपाध्याय, श्रीकान्त आदि शामिल रहे।
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