अखिलेश्वर तिवारी
अध्यात्म से बंदियों में सुधार का सराहनीय प्रयास
बलरामपुर । आदिकाल से ही जेलों का निर्माण अपराधियों को सजा देने के साथ-साथ उनमें वैचारिक तथा सामाजिक सुधार के लिए कराया गया था । विभिन्न अपराधों में सजा प्राप्त कैदियों को जेल में लाकर उनकी योग्यता व क्षमता के अनुसार कामों पर लगाया जाता है । साथ ही उन्हें सुधारने के लिए जेल में मौजूद कर्मियों द्वारा समय-समय पर प्रेरित भी किया जाता रहा है । जनपद बलरामपुर के जिला जेल में भी इसी प्रकार का एक धार्मिक आयोजन इन दिनों कराया जा रहा है जिसमें अध्यात्म के माध्यम से कैदियों को उनके आचरण में सुधार का प्रयास किया जा रहा है । बलरामपुर जिला जेल में रामचरितमानस के माध्यम से कैदियों के अंदर मानवता व मनुष्य के अच्छे आचरण के प्रति प्रेरित किया जा रहा है ।
जानकारी के अनुसार जनपद बलरामपुर के जिला कारागार में राज राजेश्वरी मानव कल्याण समिति के प्रबंध निदेशक संत अखिलेश दास जी महाराज के निर्देशन में तीन दिवसीय मानस प्रवचन का आयोजन किया जा रहा है । अयोध्या जी से आई वक्ता देवी राजराजेश्वरी द्वारा संगीतमय रामचरितमानस के माध्यम से कैदियों के मानसिक आध्यात्मिक वह चारित्रिक सुधार का प्रयास किया जा रहा है । राजेश्वरी का मानना है की मानस के माध्यम से बुरे से बुरे इंसान में सुधार लाया जा सकता है । जिला कारागार में इन दिनों 30 महिला बंदियों के साथ-साथ कुल 400 बंदी विभिन्न अपराधों में निरुद्ध हैं जिन्हें प्रवचन का आनंद उठाने का मौका मिला है । बंदियों की माने तो इस प्रवचन से उन्हें मानसिक तथा आत्मिक शांति प्राप्त हुई है । ऐसे समय में जब वह पूरे समाज से कट चुके हैं इस प्रवचन के माध्यम से उन्हें काफी मानसिक शांति प्राप्त हुई । बंदियों ने जेल प्रशासन के इस प्रयास की सराहना भी की और कहा कि ऐसे आयोजन समय-समय पर होनी चाहिए । वरिष्ठ जेल अधीक्षक एस के शर्मा ने बताया कि अध्यात्म के माध्यम से कैदियों के अंदर सुधार लाने के उद्देश्य से इस प्रवचन का आयोजन कराया गया है । उन्होंने आयोजक संस्था व उसके सदस्यों का आभार ब्यक्त किया तथा आशा व्यक्त की कि इससे कैदियों के मानसिक दशा तथा चरित्र में निश्चित रूप से सुधार होगा । प्रबचन के दौरान जेलर दीपांकर भारती, डिप्टी जेलर श्रीधर यादव सहित जेल के तमाम कर्मचारी व बंदी मौजूद थे ।
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