राकेश गिरी
बस्ती। रचना, सृजन, अधिकारों के लिये संघर्ष में विद्यार्थी परिषद की अग्रणी भूमिका है। छात्र हितों से लेकर सामाजिक सरोकारों तक एबीवीपी की राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट छवि है। यह विचार नगर पालिका परिषद अध्यक्ष श्रीमती रूपम मिश्रा ने शुक्रवार को सरस्वती विद्या मंदिर रामबाग में आयोजित तीन दिवसीय 57 वें अधिवेशन की पूर्व संध्या पर भगनी निवेदिता प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुये व्यक्त किया। प्रदर्शनी में विद्यार्थी परिषद की गतिविधियों से सम्बंधित छवियों को प्रदर्शित किया गया है।
विशिष्ट अतिथि अभाविप की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. उमा श्रीवास्तव, भाजपा नेता राजेन्द्रनाथ तिवारी ने कहा कि निश्चित रूप में 23 से 25 दिसम्बर तक होने वाले अधिवेशन में ज्ञान गंगा बहेगी और युवाओं को विशेष दिशा दृष्टि मिलेगी जिससे वे सेवा, सहकार के साथ ही शिक्षा और जनहित केे प्रश्नों को लेकर और बेहतर ढंग से अपनी भूमिका निभा सकेंगे। 9 जुलाई 1949 के अपने स्थापना काल से ही विद्यार्थी परिषद शिक्षा के साथ ही संस्कारों की श्रृंखला को सजोये हुये है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता पुष्कर मिश्र, संगठन मंत्री कमल नयन, अनूप खरे, भूपेन्द्र सिंह राणा ने मां सरस्वती और स्वामी विवेकानन्द के चित्र पर अतिथियों के साथ माल्यार्पण किया।
भगनी निवेदिता प्रदर्शनी मार्ग दर्शक अरूण श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदर्शनी में विद्यार्थी परिषद के गतिविधियांे, उद्देश्य को चित्रों के माध्यम से रेखांकित किया गया है।
प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर शुभम द्विवेदी, अजय तिवारी, अश्विनी उपाध्याय, उमेश श्रीवास्तव, अजय चौधरी, सिद्धान्त द्विवेदी, नवनीत, राजमंगल सिंह, अभिनव, आशुतोष राय, मनीष यादव, शिवम पाल, उत्कर्ष शुक्ल, अजय दूबे, पवन कसौधन, अतुल उपाध्याय, वर्षा शाही, शालिनी पाण्डेय, निखिल, अभय प्रताप सिंह के साथ ही बड़ी संख्या में विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी, कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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