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बलरामपुर:तेंदुए के आतंक से ग्रामीण भयभीत


अखिलेश्वर तिवारी

तेंदुए के हमले में एक युवक हुआ घायल इलाज जारी
विभागीय अधिकारियों ने ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की दी सलाह

बलरामपुर ।। जनपद का एक बड़ा भू भाग भारत नेपाल सीमा के तराई क्षेत्र में बसा हुआ है । हिमालय की तलहटी में होने के कारण इस क्षेत्र में तमाम पहाड़ी नाले वह जंगल लगे हुए हैं  जिसे सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग के नाम से जाना जाता है । सेंचुरी क्षेत्र होने के कारण इस जंगल में कई प्रकार के वन्य जीव विचरण कर रहे हैं । इन्हीं में से आए दिन तेंदुए तथा वन्यजीवों के आक्रमण का शिकार जंगलों के आस-पास के गांव के लोगों को बनना पड़ रहा है । कहने के लिए तो सेंचुरी क्षेत्र है परंतु वन विभाग द्वारा कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई हैं । स्थानीय लोगों की माने तो जंगल मे पानी ना मिलने के कारण आबादी की ओर जंगली जानवर पलायन करते हैं । इसी दौरान  उनके शिकार में गांव के मवेशी व चरवाहे पड़ जाते हैं । एक आध बार शिकार पा जाने के बाद जंगली जानवर विशेषकर तेंदुआ गांव के अंदर घरों में भी हमला करना शुरू कर देता है । इसी का शिकार बीती रात बनकटवा रेंज के ग्राम दोन्दरा का 13 वर्षीय अरमान हुआ । थाना हर्रैया के ग्राम दोन्दरा निवासी अरमान के ऊपर बीती रात लगभग 11 बजे उसके घर का टटिया फाड़कर अंदर घुसे तेंदुए ने हमला कर उसे घायल कर दिया । शोर सुनते ही आस-पास तथा घर के लोग हांका लगा कर तेंदुए को भगाए  तब तक अरमान बुरी तरह घायल हो चुका था । परिजनों तथा स्थानीय लोगों ने अरमान को शिवपुरा स्वास्थ्य केंद्र में इलाज हेतु भर्ती कराया तथा वन विभाग को सूचना दी । बनकटवा रेंज के रेंजर तिलक राम आर्य हमेशा की तरह एक बार फिर ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत देते हुए अपना पल्ला झाड़ रहे हैं । ग्रामीणों में लगातार हो रहे घटनाओं के बाद  दहशत का माहौल है परंतु वन विभाग अपने पुराने ढर्रे पर कायम दिख रहा है । लोगों की मांग है यह हमले को रोकने के लिए वन विभाग को ठोस कदम उठाना चाहिए ।

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