पोषण पखवाड़ा के अन्तर्गत सभागार में गोष्ठी
खुर्शीद खान
सुलतानपुर।जिलाधिकारी हरेन्द्र वीर सिंह ने कहा कि प्रदेश व देश को कुपोषण मुक्त बनाना प्रदेश सरकार एवं केन्द्र की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी अधिकारी पोषण मिशन को मिशन के रूप में लेते हुये अपने द्वारा गोंद लिये गये ग्राम को 31 मार्च तक कुपोषण मुक्त बनायें। सभी अधिकारी तीन दिवस के अन्दर अपने से सम्बन्धित गांव का भ्रमण कर सर्वे रिर्पोट प्रस्तुत करें। जिलाधिकारी आज यहां पं. राम नरेश त्रिपाठी सभागार में पोषण मिशन पखवाड़ा के अन्तर्गत आयोजित गोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे।
गांवों में अधिकारी शिक्षा, स्वच्छता आदि के बारे में जानकारी दें
जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की प्राथमिकता वाले इस कार्यक्रम को सभी अधिकारी मिशन के रूप में लेते हुये यह सुनिश्चित करायें कि उनसे सम्बन्धित गांव की कोई भी महिला व बच्चा कुपोषित न रहे। इस कार्य के लिये स्वास्थ्य , शिक्षा, पंचायती राज, ग्राम विकास, खाद्य विभाग तथा आई.सी.डी.एस. विभाग के अधिकारी समन्वय बनाकर कार्यक्रम को सफल बनायें। उन्होंने कहा कि अधिकारी जब गांव के भ्रमण में जायें तो गांव में बैठक कर लोगों को शासन की प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों स्वास्थ्य , शिक्षा, स्वच्छता आदि के बारे में जानकारी दें। जिससे वे योजनाओं का लाभ उठा सकें। उन्होंने गांव को खुले में शौच से मुक्त कराने पर विशेष बल देते हुये कहा कि हम संकल्प लें कि अपने जिले व प्रदेश को खुले में शौच से मुक्त करायेंगे। उन्होंने कहा कि गांव में माहौल बनाने तथा व्यवहार में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कुपोषण मुक्त गांव तथा स्वच्छता कार्यक्रम को समाजसेवा के रूप में लिया जाय।
सभी अधिकारी अपने से सम्बन्धित गांव को खुले में शौच से मुक्त बनायें-सीडीओ
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये मुख्य विकास अधिकारी रामयज्ञ मिश्र ने कहा कि प्रदेश में पोषण पखवाडा़ चल रहा है। इसी क्रम में सुलतानपुर जिले में भी पोषण पखवाड़ा आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि बाल विकास विभाग द्वारा प्रत्येक माह के 05 तारीख को बचपन दिवस, 15 तारीख को ममता दिवस तथा 25 तारीख को लाडली दिवस का आयोजन किया जा रहा है। यह दिवस आंगनवाड़ी केन्द्रों पर जन सहयोग से मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनपद को कुपोषण मुक्त तथा खुले में शौच से मुक्त बनाने का हम संकल्प लें तथा शासन की मंशानुसार अपने गांव व प्रदेश को कुपोषण मुक्त व खुले में शौच से मुक्त बनायें। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जनपद का करौंदीकला ब्लाक आगामी 26 जनवरी को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जायेगा। इस ब्लाक से सम्बन्धित सभी अधिकारी अपने से सम्बन्धित गांव को खुले में शौच से मुक्त बनायें। उन्होंने सभी सम्बन्धित अधिकारियों से कहा कि उन्हें जनवरी में 75 अंक लाना होगा और लगातार तीन माह 75 अंक प्राप्त होने व सभी मानक पूरा करने वाले गांव ही कुपोषण मुक्त घोषित होंगे। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी डॉ.डी.आर. विश्वकर्मा, जिला पंचायत राज अधिकारी सर्वेश कुमार पाण्डेय, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राम आसरे ने कुपोषण मुक्त तथा गांव को खुले में शौच से मुक्त बनाने हेतु सभी अधिकारियों का आवाहन् किया। कार्यक्रम का संचालन करती हुई जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा सिंह ने बताया कि पोषण पखवाडा के प्रथम सप्ताह में जिला स्तर तथा दूसरे सप्ताह में ब्लाक स्तर पर गोष्ठी का आयोजन कराने के निर्देश दिये गये थे। आज यह गोष्ठी जिला स्तर की गोष्ठी है। उन्होंने सभी सी.डी.पी.ओ. से दूसरे सप्ताह में ब्लाक स्तर पर गोष्ठी आयोजित कराने के निर्देश दिये। उन्होंने गांव को कुपोषण मुक्त बनाने के सम्बन्ध में निर्धारित प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गांव को कुपोषण मुक्त बनाने हेतु स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिये 25 आई.सी.डी.एस. के लिये 25 , शिक्षा के लिये 15, पंचायती राज के लिये 15 ,ग्राम्य विकास के लिये 05 व खाद्य विभाग के लिये 05 अंक निर्धारित किया गया है। इनमें से कुल 75 प्रतिशत अंक प्राप्त होने तथा सभी मानक पूरा करने पर ही गांव कुपोषण मुक्त माना जायेगा। उन्होंने बचपन दिवस, ममता दिवस, लाडली दिवस तथा बच्चों व महिलाओं के लिये पोषाहार आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
गोष्ठी में उपनिदेशक कृषि शैलेन्द्र शाही, जिला सूचना अधिकारी आर.बी.सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी संजय कुमार प्रसाद, जिला प्रोबेशन अधिकारी विनोद राय, समाज कल्याण अधिकारी आर.सी.दूबे, अर्थ एवं संख्याधिकारी पन्नालाल तथा सम्बन्धित अधिकारी व सी.डी.पी.ओ. उपस्थित थीं।
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