सुल्तानपुर।सुनने में ये बात अटपटी ज़रूर लग रही
लेकिन यूपी के सुल्तानपुर में सिस्टम की बड़ी लापरवाही के कारण हुआ ऐसा ही। पोस्टमार्टम में डाक्टर की लापरवाही के चलते 15 साल के इकलौते बेटे की डेड बाडी को लेकर परिवार के लोगों को लखनऊ तक का सफ़र करना पड़ा जो कारगर नहीं हुआ। नतीजतन गुरुवार को गुस्साए परिवार वालों ने डीएम आफिस गेट के सामनें डेड बाडी रख प्रदर्शन किया। परिजनों ने डीएनए टेस्ट की मांग किया है।
10 दिसम्बर को मिली थी डेड बाडी
10 दिसम्बर को गोसाईगंज थाना क्षेत्र के सिरवारा गांव में गोमती नदी के किनारे एक डेड बाडी मिली थी। कपड़े आदि के ज़रिये बाडी की पहचान कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के नकराही गांव निवासी अख्तर हुसैन के पुत्र मोहम्मद सबील (15) के रूप में हुई थी।
डीएनए टेस्ट की मांग पर डाक्टर ने लखनऊ रिफर की थी बाडी
पुलिस ने कागज़ी कोरम पूरा कर बाडी का पंचनामा भर कर उसे पोस्टमार्टम के लिये भेजा। परिजनों की डिमांड थी के बाडी का डीएनए टेस्ट किया जाये, इस पर पोस्टमार्टम में आन काल डाक्टर राजेश गौतम ने बाडी को लखनऊ के लिये रिफर कर दिया। दो दिन के कागज़ी कोरम पूरा होने के बाद कहीं बाडी लखनऊ जा सकी।
ये कहकर लखनऊ से लौटाया गया
परिजनों की मानें तो लखनऊ में डाक्टरों के पैनल ने ये कहकर डेड बाडी को लिखा पड़ी में वापस सुल्तानपुर भेज दिया के वीडियो ग्राफी के साथ बाडी का एक्सरे कर पोस्टमार्टम किया जाये। और इसकी रिपोर्ट हमें भेज दी जाये। जिससे सुल्तानपुर के डाक्टर ने इंकार कर दिया। दरअस्ल परिजनों ने कोर्ट की कार्यवाई को ठोस बनाने के लिये डीएनए की मांग की थी।
2 दिसम्बर को हुई थी किडनैपिंग, प्रदर्शन की ये रही वजह
बस इस बात से गुस्साए परिजनों ने गुरुवार को डीएम आफिस के सामनें डेड बाडी सड़क पर रख कर प्रदर्शन किया। बाद में पुलिस ने मामले को सम्भाला। परिजनों का ये भी आरोप है के बारा रबीउल अव्वल यानी 2 दिसम्बर को कोतवाली नगर के राहुल चौराहे से सबील की किडनैपिंग हुई थी, दो दिन बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और बताने के वावजूद सबील का मोबाइल सर्विलांस पर नहीं लगाया। पुलिस ने अगर समय रहते ऐसा किया होता तो सबील की जान बच सकती थी।
दुबारा दो डाक्टरों की निगरानी में हुआ पीएम
फिलहाल डाक्टर की लापरवाही के मामले पर सीएमएस योगेंद्र यति ने बताया के दो डाक्टरों की टीम दुबारा पोस्टमार्टम के लिये लगाई गई है। वहीं लापरवाह डाक्टर के खिलाफ कार्यवाई की बात पर सीएमएस ने कुछ भी कहने से इंकार किया।
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