फैजाबाद। अवध विश्वविद्यालय स्थित कौटिल्य सभागार में सोमवार को अपराह्न आईसीए हेल्द एंड इनवायरमेंट सोसाईटी वाराणसी तथा यूपी युवा व्यापार मंडल फैजाबाद के संयोजन में 50वीं जल सभा का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि जिला वन अधिकारी डाॅ. रवि कुमार सिंह रहे। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने किया।
मुख्य अतिथि श्री सिंह ने कहा कि आक्सीजन से ज्यादा महत्वपूर्ण जल है। जल ही जीवन है। देश के विधि भागों पर 70 प्रतिशत जल ही है, लेकिन वह सब पेय योग्य नहीं है। शुद्ध व स्वच्छ जल नाममात्र ही है। हमें स्वच्छ जल हिमालय और भूगर्भ से ही मिलता है। पीने योग्य जल का संरक्षण अब जरूरी हो गया है जो कि जन जागरूकता, सार्थक प्रयास और कानून के अनुपालन से ही संभव हो सकता हैं। आजकल सरयू और चंबल नदी प्रदूषण से मुक्त है। आरओं के पानी में सही तत्व नहीं होते है। पानी का दुरपयोग रोकना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने कहा कि कहा कि रमता जोगी बहता पानी कभी खराब नहीं हो सकता है। जल का वेग रोकना नहीं चाहिए। डैम के निर्माण से नदी प्रदूषित हो रही है। नदी में कचरा डालने व उद्योगों के गंदे पानी से नदियां दूषित हो रही है। प्रकृ ति का संतुलन व ईको सिस्टम को सही बनाएं रखना जरूरी है। उन्होंने सिंधु घाटी की सभ्यता को नदियों का देन बताया। उन्होंने कैम्पस के पास स्थित एक तालाब को रिवाईबल के लिए एनजीओ को आगे आने को कहा और उनको हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। कार्यक्रम को और अन्य अतिथियों ने भी संबोधित करते हुए जल की महत्ता और संरक्षण पर प्रकाश डाला तथा बताया गया कि कुल 180 जल सभा का कार्यक्रम प्रस्तावित है। इसका संचालन पर्यावरण विभागाध्यक्ष प्रो. यशंवत सिंह ने किया। इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन का सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन से हुआ। आईसीए हेल्द एंड इनवायरमेंट सोसाईटी, वाराणसी के सचिव डाॅ. अभय शंकर तिवारी, यूपी युवा व्यापार मंडल फैजाबाद के अध्यक्ष राजेश सिंह एवं मनीष सिंह ने आएं अतिथियों का माला पहनाकर तथा बुकें देकर स्वागत किए। इसका समापन राष्ट्रगान के उपरांत हुआ।
इस दौरान डाॅ. अशोक सिंह, डाॅ. शैलेंद्र कुमार, मनीष सिंह, प्रो. आरयन सिंह, प्रो. जेके वर्मा, अनिल कुमार इसके अलावा एनजीओ के सभी कार्यकर्ता व काफी संख्या में विश्वविद्यालय के छात्रगण आदि उपस्थित रहे।
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