राकेश गिरी
बस्ती । प्रेमचंद साहित्य एवं जन कल्याण संस्थान की ओर से रविवार को राजकीय कन्या इण्टर कालेज के हाल में वयोवृद्ध जनों का सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि कमलापति पाण्डेय ने कहा कि जो समाज अपने जड़ों का सम्मान नहीं करता उसका कोई भविष्य नहीं होता। दुर्भाग्य ही है कि भारत भूमि मंें अब वृद्ध जनों को घरों से बेघर कर उन्हें उनके परिजन वृद्धा आश्रमों में भेज रहे हैं। संस्थान अध्यक्ष सत्येन्द्रनाथ मतवाला ने राम प्यारेलाल श्रीवास्तव, वृजनरायन श्रीवास्तव, परशुराम मिश्र, कृष्णमुरारी दूबे को अंग वस्त्र, सम्मान-पत्र देकर सम्मानित किया। इसी कडी में भूपति किशोर श्रीवास्तव को मृत्योपरान्त सम्मान दिया गया। कार्यक्रम में आने को तैयार भूपति किशोर का 17 दिसम्बर रविवार की भोर में निधन हो गया। सत्येन्द्रनाथ मतवाला ने कहा कि वयोवृद्ध जनों का सम्मान उज्जवल परम्पराओं को समृद्ध करना है, इससे रचनात्मक ऊर्जा मिलती है। सम्मान समारोह के बाद काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें रचनाकारों ने अनेक कविताओं के माध्यम से वर्तमान स्थितियों को स्वर दिया। कार्यक्रम में सुधीर सिंह साहिल, आतिश सुल्तानपुरी, शाहिद बस्तवी, राममणि शुक्ल, जगदम्बा प्रसाद भावुक, ओम प्रकाश पाण्डेय, डा. कमलेश पाण्डेय, सागर गोरखपुरी, पं. चन्द्रबली मिश्र, अफजल हुसेन अफजल, त्रिभुवन प्रसाद मिश्र, सरदार जगबीर सिंह, श्रीमती नीलम सिंह, संगीता यादव, इंदिरा श्रीवास्तव, बटुकनाथ शुक्ल, आशुतोष नारायण मिश्र, रामचन्द्र राजा, रहमान अली रहमान, परमात्मा प्रसाद निर्दोष, पंकज सोनी, अजमत अली सिद्दीकी, फूलचन्द चौधरी के साथ ही अनेक साहित्यकार, कवि, विद्वतजन उपस्थित रहे।
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