बहराईच अवैध कब्ज़े की शिकायत लेकर जिलाधिकारी के सामने पहुचे फरियादी को ऐसी फटकार लगाईं गई की उसकी न्याय की सभी आशाएं टूट गयी जिसके बाद पीडित ने डीएम के चेम्बर में ही ज़हर खा लिया.अचानक हुई इस घटना से जिलाधिकारी भी हवन्नक रह गए आनन् फानन में पीड़ित को जिलाधिकारी ने खुद अपनी गाडी से जिला अस्पताल भेजा जहाँ उसका चल हो सका.इस घटना ने जिलाधिकारी कार्यालय में सबके हाथ पाँव फुला दिया.पीड़ित का कहना है की बीते 11 साल से वो अपनी ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा हटवाने की गुहार अधिकारीयों से कर रहा है लेकिन आजतक पीड़ित को न्याय नहीं मिला।
तहसील नानपारा के कोटवा गाँव के रहने वाले योगेन्द्र सोनकर की ज़मीन पड़ोस के ही कुछ लोगों ने लंबे समय से कब्ज़ा कर रखा था.योगेन्द्र काफी समय से अपनी फ़रियाद लेकर दर दर भटक रहे हैं इस बीच कई अधिकारी आये और गए लेकिन इनको इन्साफ नहीं मिला.हर जगह से हताश पीड़ित जब जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुचा तो वहां भी जिलाधिकारी महोदय ने फटकार लगा दिया.अपनी माँ के साथ फ़रियाद लेकर पहुचे पीडित की सभी उम्मीदें ख़त्म होते देख उसने खुद की जीवनलीला समाप्त करने का सोचा और वही जिलाधिकारी के चेंबर में ही जेब से सल्फास की गोली निकाल कर खा ली.उसकी ताबियात बिगड़ती देख उसे जिलाधिकारी की गाडी से अस्पताल ले जाया गया।
योगी राज भूमाफियाओं पर नकेल कसने के बड़े बड़े दावे और वादे कर रही है ऐसे में सरकार के इन दावों की ज़मीनी हकीकत कुछ और ही नज़र आ रही है अब ऐसे में सवाल उठता है की आखिर फरियादी अपनी फ़रियाद लेकर कहाँ जाएँ जिले में बिठाए गए अधिकारीयों से तो उनको सिर्फ दुत्कार ही मिल रही है।
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