रिपोर्ट:- अमरजीत सिंह
पटरंगा (फैजाबाद)। मवई ब्लाक के विभिन्न स्कूलों में लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह का आयोजन बीआरसी कार्यालय नेवरा में किया गया ।इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अनवर हुसैन ने कहा कि भारत के पहले गृह मंत्री व पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार पटेल के दिखाए मार्ग पर चलकर समाज व देश के विकास के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए।इससे पूर्व उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित करके सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। इस मौके पर विष्णु गुप्ता, कवि ताराचंद तन्हा,विनय यादव,शेखर,कौसर जहाँ, दीपक ने भी लौह पुरूष के तेल चित्र पर पुष्प अर्पित किए।कवि ताराचंद तन्हा ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय उत्सव के उपलक्ष्य में मनाया जा रहा है। इनका जन्म 31 अक्तूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड में उनके ननिहाल में हुआ। वह खेड़ा जिला के कारमसद में रहने वाले झावेर भाई पटेल की चौथी संतान थे तथा उनकी माता का नाम लाईबा पटेल था। वर्ष 1913 में वल्लभ भाई पटेल को अहमदाबाद में कांगेस का संयोजक मंत्री बनाया गया था। वल्लभ भाई पटेल महात्मा गांधी के विश्वासपात्र थे और उनके संपर्क में आने के बाद ब्रिटिश राज की नीतियों के विरोध में अंहिसक आंदोलनों में हिस्सा लिया तथा बारदौली के किसानों को एकत्र किया। उन्होंने ब्रिटिश सरकार की किसान विरोधी नीतियों का डटकर विरोध किया।उनके साहसी कार्यों की वजह से लौह पुरूष का दर्जा प्राप्त हुआ। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अनवर हुसैन ख़ाँ ने परिसर से एकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया तथा स्वयं भी एकता रैली में शामिल हुए। इस मौके पर विद्यालय के छात्र एवं छात्राओं ने इस रैली में हिस्सा लिया तथा गांव वासियों को देश की एकता को मजबूत करने का संदेश दिया।रैली गांव की मुख्य गलियों से होती हुई वापस विद्यालय पहुंची। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई गई।इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय बघेड़ी के सहयोग से विद्यालय परिसर में शैक्षिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदीप गुप्ता ने किया।उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सामाजिक कुरीतियों से लड़ने में जन सहयोग के साथ कार्य करना चाहिए।इसके अलावा प्राथमिक विद्यालय सेवढ़ारा में भी सरदार बल्लभ भाई का जन्मदिवस मनाया गया।
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