बहराइच। मौसम परिवर्तन के चलते तराई में संक्रामक रोगों का प्रकोप जानलेवा बना हुआ है। मंगलवार को जिला अस्पताल में इलाज के दौरान बुखार व डायरिया पीड़ित चार मासूमों ने दम तोड़ दिया जबकि विभिन्न संक्रामक रोगों से पीड़ित और 22 मरीज और अस्पताल में भर्ती करवाए गए हैं। इनमें तीन की हालत नाजुक है। उन्हें केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया गया है।
तराई में बदल रहा मौसम मासूमों की जिंदगी पर भारी पड़ रहा है। कोतवाली देहात अंतर्गत सिसई हैदर गांव निवासी ज्योति (11माह) को कई दिनों से बुखार की शिकायत थी। इस पर उसे सोमवार शाम को परिवारीजनों ने जिला अस्पताल पहुंचाकर भर्ती कराया। इलाज के दौरान उसकी हालत बिगड़ गई।
डॉक्टरों ने काफी कोशिश की, लेकिन मंगलवार सुबह मौत हो गई। इसी तरह दरगाह थाना अंतर्गत रतनापुर गांव निवासी सुहानी (डेढ़) पुत्री तेजनरायन, भिनगा निवासी अभिषेक (11माह) पुत्र बुधईराम ने भी इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ा है।
वहीं बलरामपुर के ललिया नगर निवासी अमित (15दिन) पुत्र शेषराम को भी बुखार और डायरिया से पीड़ित होने पर परिवारीजनों ने जिला अस्पताल बहराइच पहुंचाया। यहां पर इलाज के दौरान सभी ने दम तोड़ दिया। परिवारीजन रोते-बिलखते शव लेकर घर लौट गए हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि रोगियों को गंभीर हालत में लाया गया था। उधर, मंगलवार को बुखार, डायरिया व अन्य संक्रमक रोगों से पीड़ित और 22 रोगी भर्ती करवाए गए हैं। इनमें आफरीन (2) जलालुद्दीनपुर रानीपुर, बेबी (1) इकौना, बुशरा (1) बंजारीमोड़ की हालत नाजुक बताई गई है। इन तीनों को जिला अस्पताल से केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया गया है।
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