गोण्डा।मंगलवार को प्रेमी ने प्रेमिका को गोली मार कर हत्या कर दी और बाद में खुद को भी गोली मार जान दे दी।घटना से इलाके में सन-सनी फैल गई।पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल का जायजा लेकर पुलिस को रिर्पोट दर्ज करने का निर्देश दिया।पुलिस ने हत्या-आत्महत्या का मामला दर्ज कर शवो को पोस्टमार्टम के लिए मुख्यालय भेजा है।
मनकापुर कोतवाली क्षेत्र के बैरीपुर रामनाथ गांव के मजरे शुक्लपुरवा का बताया जाता है।गांव के सुभाषचंद पान्डेय का 21वर्षीय पुत्र दीपक उर्फ बंटी पान्डेय अपने रिस्ते की बहिन मीनू दीक्षित 22वर्ष पुत्री नाथू राम दीक्षित निवासी गाडी बाजार कर्नलगंज को अपने कमरे में गोली मार कर हत्या कर दी और खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली।प्रेमी दीपक और प्रेमिका मीनू के बीच किसी बात को लेकर साढे दस बजे कहा सुनी हो गई तो गुस्साये दीपक ने कमरा बंद कर गोली मार दी और फिर खुद को गोली से उडा लिया।गौली चलने की आवाज सुनकर परिजन कमरे की तरफ दौडे तो दरवाजा अंदर से बंद था।दरवाजा तोडकर दोनो को बाहर निकाला गया।गोली लगने से दीपक की मौके पर मौत हो गई।दोनो को सीयचसी लाया गया।जहां डाक्टरो ने दीपक को मृत्य घोषित कर दिया।घायल मीनू को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई।पुलिस ने दोनो शवो को कब्जे मे लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम हेतु जिला मुख्यालय भेजा है।घटना के सिलसिलेमें सुभाष चंद की तहरीर पर हत्या-आत्महत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
घटना स्थल का पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार सिंह व पुलिस क्षेत्राघिकारी शंकर प्रसाद ने जायजा लिया।
परिवारिक सूत्र के अनुसार कोतवाली कर्नलगंज क्षेत्र के गाडीबाजार निवासी नाथूराम दीक्षित काफी समय से चंडीगढ में रहकर मेहनत मजदूरी करते है।उनकी छः संन्नातो में में चार लडके व दो लड़किया में सबसे छोटी मीनू दीक्षित बेटी थी।मनकापुर कोतवाली के बैरीपुर रामनाथ के शुक्लपुरवा गांव निवासी के बेटे दीपक पान्डेय से प्यार कर बैठी।दोनो रिस्ते में भाई-बहन थे मृतका मीनू मृतक के बहन की ननद थी और मंगलवार को घटना उस समय हुई जब सोनू (मृतका का भाई) अपने बहन को वापस चंडीगढ को ले जाने की तैयारी कर रहा था।
बताया जाता है कि दीपक कुंआरा था और मीनू का विवाह बलरामपुर के राहुल के साथ हुआ था लेकिन वह खुश नही थी।मृतका मीनू अपने चंडीगढ मायके से बीते21सितम्बर को अचानक लापता हो गयी थी।परिजनो द्वारा खोज-बीन के उपरांत 25सितम्बर को मनी बाजार पुलिस स्टेशन(चंडीगढ) गुमशुदी दर्ज दी थी।लेकिन पहली अक्टूबर को काल करके मीनू के ठिकाने की जानकारी परिजनो को दी।मीनू का भाई सोनू उस को लेने 2अक्टूबर को बैरीपुररामनाथ पहुंचा था।इसके पूर्व फोन पर मीनू के मिलने की सूचना भाई ने बलरामपुर (ससुराल) जनो को दी।जहां से मीनू का पति जीजा सोमवार को बैरीपुररामनाथ आया और बलरामपुर चलने की बात कही।इसके बाद मीनू बैचैन हो गई।मंगलवार को भाई-बहन के पवित्र रिस्ते का हवाला देकर भाई सोनू चंडीगढ चलने की सिफारिश किया कि आचानक घटना घट गई।जिससे दोनो परिवारो पर पहाड टूट पडा।
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