रामजी के बाणों से धू..धू कर जल उठा रावण
विकास मिश्र
लालगंज / प्रतापगढ।दशहरा केदिन घुइसरनाथ रोड पर आयोजित मुहल्ले की रामलीला एवं रावण के आदमकद पुतले का दहनकर बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व धूमधाम से मनाया गया।इस अवसर पर आतिशबाजी काभी लोगों ने भरपूर आनंद लिया।तीसरे वर्ष घुइसरनाथ रोडपर मुहल्ले के बालकलाकारो द्वारा अभीनीत रामलीला ने बडे कलाकारों को भी मात दे रखी थी।गुर विश्वामित्र द्वारा यझ की रक्षा के लिए महराज दशरथ से राम लक्ष्मण को मांग कर ले आना,यझ के दौरान यझ की रक्षा करते हुए राक्षसों का वध के मंचन के बाद ,राजाजनक द्वारा सीता स्वयंवर का आयोजन बडा ही मनोहारी रहा।धनूष तोड़ने के पूर्व राम द्वारा यह गाया जाना हे शिवशंकर के प्यारे प्यारे धनुहा पर अभिनय लोंगो के दिलों को छू गया।इसके बाद जनक लक्ष्मण संवाद, राम सीता का विवाह, लक्ष्मण मेघनाथ युद्व....लक्ष्मण को शक्ति बाण का लगने पर राम जी का विलाप लोंगो को रूला गया तो वहीं रावण की सभा मे अंगद का पैर जमाना,राम रावण युद्व का मंचन बड़ा ही प्रभावी रहा।
छोटे छोटे बच्चों द्वारा अभीनय किया जाना बड़ा ही आकर्षण मे रहा।इसके बाद राम जी के बाड़ो से रावण के आदमकद पुतले का दहन हुआ।...रामजी के बाड़ लगते ही धू..धू कर जल उठा रावण.....।इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन आर्दश मिश्र व आभार प्रर्दशन विकास मिश्र ने किया।व्यास केरुप में जे.पी.विश्वकर्मा भी खूब सराहे गये।इस अवसर पर रावण के पुतले को तैयार करने मे केशव मिश्रा, दीपक जायसवाल, किसन वैश्य, सूरज गुप्ता, रिंकू जायसवाल, लव जायसवाल, आदि का विशेस योगदान रहा।मुहल्ले के नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा आयोजित रामलीला की पिछले तीन वर्षों से अलग पहचान बन गयी है।
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