सत्येन्द्र खरे
कौशांबी : बारिश खत्म और यमुना घाटों से बालू खनन का सिलसिला शुरू हो गया है। पहली अक्टूबर से पट्टाधारकों को खनन शुरू करना था लेकिन अधिकतर घाटों पर पानी भरा हुआ है इसीलिए अवैध खनन होने लगा है। खनन शुरू होते ही अवैध खनन की भी शिकायतें शुरू हुई तो शाम को डीएम और एसपी ने छापा मारा। इससे घाट पर अफरा तफरी मच गई।
जिले के आठ यमुना घाटों से खनन के लिए छह महीने का पट्टा हुआ था। बारिश के कारण दो महीने तक खनन बंद था। बारिश बाद पहली अक्टूबर से फिर से खनन की अनुमति मिल गई है। खनन की प्रक्रिया आठ दिसंबर तक चलेगी। खनन की अनुमति मिलते ही पट्टाधारकों ने काम शुरू कर दिया है। मंझनपुर तहसील के डेढ़ावल, उमरांवा, जमुनापुर व दलेलागंज घाट पर जिस भूखंड के नाम पर पट्टा दिया गया है। उन भूखंड पर पानी भरा है। ऐसे में पट्टे धारकों ने दूसरे स्थान पर खनन कार्य शुरू कर दिया है। इसकी जानकारी अधिकारियों को हुई तो शाम को डीएम मनीष कुमार और एसपी अशोक कुमार पांडेय ने खनन घाटों का निरीक्षण किया। अफसरों के घाट पर पहुंचने से अफरा तफरी मच गई। डीएम ने कहा कि जिस पट्टाधारक को जहां पर जगह दी गई है, वहीं खुदाई करें। उससे हटकर खुदाई करेंगे तो कार्रवाई की जाएगी।
खनिज विभाग ने जारी किया रवन्ना
जिन लोगों को अस्थाई रूप से खनन का पट्टा मिला था। खनिज विभाग की ओर से इन लोगों को रवन्ना भी जारी कर दिया गया है। विभाग की ओर से यह भी पड़ताल नहीं की गई कि जिन स्थान के खिलाफ खनन पट्टा मिला है। खनन उसी स्थान पर होना है या फिर किसी दूसरे स्थान पर खनन किया जा रहा।
घाटों पर पहुंच गई मशीने
खनन को लेकर शासन की ओर से इस शर्त पर पट्टा दिया गया है कि बालू निकासी को लेकर किसी प्रकार से मशीनों को प्रयोग नहीं होगा, लेकिन घाटों पर मशीनों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।
क्या कहते है जिम्मेदार
डेढ़ावल, उमरांवा घाट का अभी तक रास्ता तैयार नहीं हो सका। जमुनापुर में खनन शुरू हो गया है। जबकि दलेलागंज में घाट पानी में डूबा है। किसी भी घाट पर अवैध खनन नहीं हो रहा है।
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