राकेश गिरी
बस्ती। किसान सभा ने आठ सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को न्यायमार्ग स्थित कार्यालय से जुलूस निकाल कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी को सौपा।
21 अक्टूबर से चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के समापन दिवस पर ज्ञापन देते हुए किसान सभा के जिला अध्यक्ष राम गढ़ी चौधरी ने कहा कि किसानों के सभी प्रकार के कर्जे माफ किये जाने ,फसल की लागत का ड्योढ़ा दाम दिये जाने ,ट्रैक्टर को व्यवसायिक वाहन की श्रेणी से बाहर किया जाने,सहित अन्य मानगो को लेकर सप्ताह भर चलाये गए जागरूकता अभियान का समापन ज्ञापन देकर किया गया।
किसान सभा के जिला सचिव हरि भवन सिंह ने बताया कि केद्र व प्रदेश की सरकारों की किसान विरोधी है, गन्ना मूल्य में मात्र 10 रुपये की वृद्धि सरकार के किसान विरोधी रुख को दर्शाती है किसान सभा इन सवालों को लेकर आंदोलन के अगले चरण में जाएगी।
किसान विरोधी नीतियों के चलते किसानों में आत्महत्या की घटनाओं में 42ःकी वृद्धि हुई है ,अभी तमिलनाडु में महिला किसान अपने दो बच्चों के साथ आत्मदाह कर लिया। बस्ती में गन्ना मूल्य बकाये के बावजूद मिलो के विरुद्ध कोई कार्यवाही नही की गई है,ट्रांसफार्मर बदलने के लिए धन उगाही चल रही है,पशुओ की खरीद विक्री पर प्रतिबंध से किसांन हतोत्साहित है , आवारा पशुओं से किसानों की फसल तबाह हो रही है,तहसील भ्रष्टाचार में लिप्त है। इन सभी सवालों को लेकर संगठन ने 48 गाँव मे बैठक ,पर्चा वितरण कर जागरूकता अभियान 21 अक्टूबर तक चलाया।
जुलूस में का. सुरेंद्र मोहन शर्मा, नवनीत यादव, सीताराम शर्मा, संत राम सोनकर, के के तिवारी, वीरेंद्रप्रताप मिश्र, राम सिंह,पूनम ,मास्टर जयराम ने किया।जुलूस में सियाराम सोनकर ,राम मिलन,राजमन यादव,जामवंत पांडेय,राजेश कुमार,लालमोहन,विनय कुमार ,राजेन्द्र कुमार, भगवानदीन, प्रदीप चन्द्र, इसरावती, बासमती, मो0.इजराइल,राम प्रसाद, कपूरा, इन्द्रावती, ज्ञानमती, स्वामीनाथ, हृदयराम, सावित्री, कंचन देवी, निर्मला, हरिभवन, परशुराम, रामसहाय, केशवराम, कपीश मिश्रा, गणेश शंकर, ब्रह्मदीन, विजेन्द्र, अब्दुल्ला आदि शामिल रहे।
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