गाधी जयंती के अवसर पर कलेक्ट्रेट में पुष्प अर्पति करते जिलाधिकारी
बहराइच। गाॅधी जयन्ती के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी अजय दीप सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री जी के सत्य और अहिंसा पर आधारित विचार हमेशा प्रासंगिक रहेंगे। सादा जीवन उच्च विचार, मितव्ययिता, नैतिकता,भाई-चारा तथा सर्वधर्म समभाव जैसे आदर्श जीवन मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा हमें महात्मा गाॅधी जी से मिलती है।
जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी का जन्म दिवस 02 अक्टूबर हमारे देश के उन सहस्त्रों ज्ञात व अज्ञात स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं क्रान्तिकारियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन करने का बेहतर अवसर है जिन्होंने स्वतन्त्रता की बलिबेदी पर अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि यह दिन हम सबको राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी के आदर्शों, सिद्धान्तों व उनके सद्विचारों को अपनाने के साथ ही उनके पदचिन्हों पर चलने का सुअवसर प्रदान करता है। गांधी जी एक महान नेता थे उनके पीछे पूरा राष्ट्र चल पड़ा था। गांधी जी अध्यात्म, समाज सुधारक, लेखक व पत्रकार के रूप में भी अपनी पहचान बनायी। उन्होंने हमे सीख दी की अहिंसा के पथ पर चलकर भी हम आजादी प्राप्त कर सकते हैं। हम संकल्प लंे की उनके बताये हुए मार्ग पर चलकर समाज की सेवा करेंगे।
श्री सिंह ने कहा कि बापू की दूरदर्शिता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज से कई दशक पूर्व उन्होंने ग्राम्य स्वराज की कल्पना की थी। गाॅवों में शहरों जैसी सुविधाएं उपलब्ध होने पर हम शहरों की ओर हो रहे लोगों के पलायन को रोक कर तमाम तरह की परेशानियों से निजात पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम सब को देश की महानविभूतियों के विचारों को आत्मसात करना होगा और इस बात का संकल्प लेना होगा कि हम उनकी परिकल्पना के अनुसार आज के भारत का निर्माण करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि गाॅधी जी ने स्वच्छता पर भी काफी बल दिया है। उन्होंने कहा कि गाॅधी जयन्ती के अवसर पर हमें स्वच्छता का संकल्प लेना होगा और इसकी शुरूआत हमे अपने घर से करनी होगी। श्री सिंह ने कहा कि हम सब निर्बल, कमज़ोर, असहाय, ज़रूरतमन्द, महिलाओं एवं रोगियों की सहायता और सम्मान देकर ही गाॅधी जी के स्वराज के सपनों को साकार कर सकते हैं।
मुख्य राजस्व अधिकारी बाबू राम, मौलाना वलीउल्लाह, बड़ी हाट चर्च के फादर ने भी गांधी जी व शास्त्री जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला। जबकि लक्ष्मीकान्त त्रिपाठी ‘मृदुल’, लल्लन प्रसाद वर्मा, अल्लन बहराइची, रईस सिद्दीकी, डा. मुबारक, बीबी सिंह, गुलाम अली शाह ने काव्य रचनाएं तथा वेद मित्र शुक्ल ने गांधी जी के प्रिय भजन पर वांसुरी वादन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दौरान स्वन्त्रता संग्राम सेनानी आश्रित श्यामा देवी, चन्द्रकान्ती देवी, कबुतरी देवी व सेवादासिन को जिलाधिकारी ने साल भेंट कर सम्मानित किया। राष्ट्रगान प्रस्तुत करने वाली माण्टेसरी स्कूल की छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन संदीप मिश्रा ने किया।
इससे पूर्व प्रातः 08ः00 बजे जिलाधिकारी अजय दीप सिंह ने कलेक्ट्रेट में ध्वजारोहण के उपरान्त गाॅधी व शास्त्री जी के चित्र पर मौजूद अन्य अधिकारियों व गणमान्य लोगों के साथ माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट एवं कलेक्ट्रेट परिसर स्थित विभिन्न कार्यालयों के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा गणमान्य लोग मौजूद रहे।
बहराइच। गाॅधी जयन्ती के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी अजय दीप सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री जी के सत्य और अहिंसा पर आधारित विचार हमेशा प्रासंगिक रहेंगे। सादा जीवन उच्च विचार, मितव्ययिता, नैतिकता,भाई-चारा तथा सर्वधर्म समभाव जैसे आदर्श जीवन मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा हमें महात्मा गाॅधी जी से मिलती है।
जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी का जन्म दिवस 02 अक्टूबर हमारे देश के उन सहस्त्रों ज्ञात व अज्ञात स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं क्रान्तिकारियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन करने का बेहतर अवसर है जिन्होंने स्वतन्त्रता की बलिबेदी पर अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि यह दिन हम सबको राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी के आदर्शों, सिद्धान्तों व उनके सद्विचारों को अपनाने के साथ ही उनके पदचिन्हों पर चलने का सुअवसर प्रदान करता है। गांधी जी एक महान नेता थे उनके पीछे पूरा राष्ट्र चल पड़ा था। गांधी जी अध्यात्म, समाज सुधारक, लेखक व पत्रकार के रूप में भी अपनी पहचान बनायी। उन्होंने हमे सीख दी की अहिंसा के पथ पर चलकर भी हम आजादी प्राप्त कर सकते हैं। हम संकल्प लंे की उनके बताये हुए मार्ग पर चलकर समाज की सेवा करेंगे।
श्री सिंह ने कहा कि बापू की दूरदर्शिता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज से कई दशक पूर्व उन्होंने ग्राम्य स्वराज की कल्पना की थी। गाॅवों में शहरों जैसी सुविधाएं उपलब्ध होने पर हम शहरों की ओर हो रहे लोगों के पलायन को रोक कर तमाम तरह की परेशानियों से निजात पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम सब को देश की महानविभूतियों के विचारों को आत्मसात करना होगा और इस बात का संकल्प लेना होगा कि हम उनकी परिकल्पना के अनुसार आज के भारत का निर्माण करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि गाॅधी जी ने स्वच्छता पर भी काफी बल दिया है। उन्होंने कहा कि गाॅधी जयन्ती के अवसर पर हमें स्वच्छता का संकल्प लेना होगा और इसकी शुरूआत हमे अपने घर से करनी होगी। श्री सिंह ने कहा कि हम सब निर्बल, कमज़ोर, असहाय, ज़रूरतमन्द, महिलाओं एवं रोगियों की सहायता और सम्मान देकर ही गाॅधी जी के स्वराज के सपनों को साकार कर सकते हैं।
मुख्य राजस्व अधिकारी बाबू राम, मौलाना वलीउल्लाह, बड़ी हाट चर्च के फादर ने भी गांधी जी व शास्त्री जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला। जबकि लक्ष्मीकान्त त्रिपाठी ‘मृदुल’, लल्लन प्रसाद वर्मा, अल्लन बहराइची, रईस सिद्दीकी, डा. मुबारक, बीबी सिंह, गुलाम अली शाह ने काव्य रचनाएं तथा वेद मित्र शुक्ल ने गांधी जी के प्रिय भजन पर वांसुरी वादन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दौरान स्वन्त्रता संग्राम सेनानी आश्रित श्यामा देवी, चन्द्रकान्ती देवी, कबुतरी देवी व सेवादासिन को जिलाधिकारी ने साल भेंट कर सम्मानित किया। राष्ट्रगान प्रस्तुत करने वाली माण्टेसरी स्कूल की छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन संदीप मिश्रा ने किया।
इससे पूर्व प्रातः 08ः00 बजे जिलाधिकारी अजय दीप सिंह ने कलेक्ट्रेट में ध्वजारोहण के उपरान्त गाॅधी व शास्त्री जी के चित्र पर मौजूद अन्य अधिकारियों व गणमान्य लोगों के साथ माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट एवं कलेक्ट्रेट परिसर स्थित विभिन्न कार्यालयों के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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